गर्मियों के मौसम में बच्चों, क्या बड़ों को भी अक्सर दस्त या पेट दर्द की शिकायत होती है. इस तरह की समस्याएं उनका पाचन तंत्र खराब कर सकती हैं. ऐसी समस्याओं को ठीक करने के लिए बहुत सारे घरेलू उपचार हैं, जिनको इस्तेमाल करने की पुष्टि चिकित्सकों द्वारा भी मिली है. इस तरह की समस्या होने पर बच्चों को इलायची और ठंडा पानी दिया जा सकता है. ऐसे में दही, नींबू पानी और शकरकंद का रस देना भी फायदेमंद साबित हो सकता है. इसके अलावा स्वस्थ आहार और पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी दस्त को ठीक करने में काफी मददगार होता है.
भोपाल में आयुर्वेद, शिशु एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पुनीत द्विवेदी बताते हैं कि इस समस्या के लिए चार घरेलू अचूक उपाय हैं, जो बच्चों में दस्त लगने और पेट दर्द की समस्याओं का निवारण करते हैं. शरीर के लिए अन्य तरीके से भी लाभकारी होते हैं.
1. दही चावल शक्कर
अगर आप भी बच्चों के बार-बार दस्त लगने से परेशान हैं तो उन्हें दही-चावल और उसमें शक्कर मिलाकर खिलाने से दस्त में काफी राहत मिलती है और यह पेट को स्वस्थ रखता है, क्योंकि दही प्राकृतिक रूप से ठंडी होती है. चावल एक हलका आहार है और वह एनर्जी देता है और शक्कर भी एनर्जी और कार्बोहाइड्रेट का बहुत बड़ा स्रोत होती है, इसलिए शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स को बैलेंस करने के लिए और दही में मौजूद गुड बैक्टीरिया, जो आपके पेट को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं.
2. छाछ लस्सी
डैड लगने पर छाछ और लस्सी दोनों ही बहुत ही फायदेमंद होते हैं. छाछ और लस्सी दोनों अलग-अलग आइटम होते हैं, हालांकि बनते दोनों दही से ही हैं, लेकिन छाछ-मट्ठा नमकीन होता है टेस्ट में और लस्सी मीठी होती है. दोनों ही चीज गर्मियों में पीना बहुत ही फायदेमंद और तरोताजगी से भरपूर होता है.
3. अनार
गर्मियों के सीजन में बच्चों को अनारदाना देने से भी उनके दस्त और पेट दर्द की समस्याएं ठीक होती हैं. अनार में मौजूद विटामिन और मिनरल्स शरीर को पोषक तत्व भी देते हैं और अनार क्योंकि हल्का होता है और उसमें जो ग्लूकोज होता है उससे शरीर को एनर्जी मिलती है, इसलिए यह दस्त में फायदेमंद होता है.
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- 4. बेल का शरबत एवं कैंडी
दस्त लगने पर बच्चों को बेल का शरबत या बेल की बनी कैंडी खिलाने से भी उनके पेट में बहुत ज्यादा राहत मिलती है. बेल भी एक तरह का फल होता है और इसका रस निकालकर पिया जाता है, बेल में मौजूद विटामिन और मिनरल शरीर के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.
इन सब के अतिरिक्त बच्चों को बाहर के खाने से बचाएं, उससे बहुत ही ज्यादा दिक्कतें होने की संभावना होती है. क्योंकि बाहर का खाना गर्मियों में अक्सर कॉन्टैमिनेटेड होता है या फिर वह सामान बहुत ही पुराना और खराब हो चुका होता है, जिसकी कोई गारंटी नहीं होती है तो इन सभी बातों का ध्यान रखें और बच्चों को बाहर के खाने खिलाने से बचाएं. घर का शुद्ध खाना खिलाएं ताकि उनको किसी भी तरह की पेट की बीमारी ना हो सके.
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