Sawan Somwar 2024: भोलनाथ के भक्तों के लिए सावन का महीना बहुत महत्वपूर्ण होता है. व्रती लोगों के अलावा अन्य लोगों को भी इस महीने में खाने-पीने की चीजों का सेवन करने के लिए अनुशासन का पालन करना आवश्यक होता है. सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी के अनुसार, सावन के महीने अक्सर बारिश होती है. इसलिए बाहरी वातारण का हमारे शरीर में भी बदलाव आना भी स्वाभाविक है. ऐसे में हमें फल, सब्जियां, मेवे और साबुत अनाज जैसे सात्विक भोजन को ही अपने आहार में शामिल करना चाहिए. गर्मी के मौसम को देखते हुए भरपूर मात्रा में पानी, जूस आदि का सेवन करना चाहिए.
दूध-दही और छाछ से बना लें दूरी
एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी बताते हैं कि सावन में दूध का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. दूध-दही में बहुत मात्रा में जीवाणु होते हैं. इसलिए सावन माह में दूध-दही का सेवन नहीं किया जाता है. अगर आपने व्रत रखा है तो हल्के भोजन का सेवन करें. यह आसानी से पच जाता है. व्रत करने वाले लोगों के लिए हल्के भोजन के साथ पौष्टिक भोजन का सेवन करना महत्वपूर्ण है. जो लोग व्रत नहीं करते हैं वे कोशिश करें कि सावन माह में अंडा, मांस और अल्कोहल का सेवन नहीं करें.
स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए सावन के महीने में शिवलिंग पर दूध अर्पित करें. लेकिन इस महीने में दूध नहीं पीना चाहिए.
पाचन क्रिया पर असर न हो इसलिए इन चीजों से दूर रहें
आयुर्वेद के अनुसार, सावन माह में व्यक्ति की पाचन क्रिया धीमी रहती है. ऐसे में कढ़ी पचने में परेशानी हो सकती है. साथ ही वात की भी समस्या बनी रहती है. इसके साथ ही करेले समेत तमाम हरी पत्तेदार सब्जियां, बैंगन, मूली कटहल, मांस मछली, दही का खाना वर्जित बताया गया है. सावन में इन चीजों को न खाने के पीछे सिर्फ धार्मिक कारण ही नहीं है. बल्कि स्वास्थ्य की दृष्टि से भी इस महीने में ये चीजें नहीं खानी चाहिए. इस मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों में बहुत से कीड़े होते हैं. वहीं दही और दूध के बैक्टेरिया भी इस समय शरीर पर बुरा असर डालते हैं.
बारिश के मौसत में हरी पत्तेदार सब्जियां नहीं खानी चाहिए.
युवा स्त्रियां गर्भधारण से बचें
सावन का महीना हिंदू पंचांग का पांचवा महीना होता है जो भगवान शिव को समर्पित होता है. कुछ साल पहले तक पूरे सावन माह में विवाहित स्त्रियों को अपने मायके भेजने की परम्परा थी. युवाओं की विशेषकर उत्तर भारत में युवाओं की शादियों को सावन माह में इसलिए टाला जाता था क्योंकि नई शादी में विवाहित जोड़ों के मिलने से बच्चा होने की संभावना बहुत रहती है. जो युवा स्त्रियां गर्भ धारण के योग्य हैं, वे अगर सावन माह में गर्भ धारण करेंगी तो इससे माताएं को आगे चलकर अनेक रोगों से घिर सकती हैं. हमारे बुजुर्गों को इस बात का पता था इसलिए विवाहित स्त्रियों को श्रावण के पूरे माह मायके भेज दिया जाता था.
पहला सावन सोमवार 2024 मुहूर्त
पहले सावन सोमवार पर शिव पूजा का मुहूर्त सूर्योदय के साथ ही प्रारंभ है क्योंकि उस समय से ही सर्वार्थ सिद्धि योग और प्रीति योग बना हुआ है. इसके अलावा आप चाहें तो ब्रह्म मुहूर्त 04:15 ए एम से 04:56 ए एम के बीच स्नान आदि से निवृत हो जाएं, फिर पूजा पाठ प्रारंभ करें. आज के दिन का शुभ मुहूर्त या अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:00 पी एम से 12:55 पी एम तक है.
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FIRST PUBLISHED : July 22, 2024, 11:42 IST