देश का सबसे बड़ा सेवानिवृत्ति कोष EPFO अपनी आईटी प्रणाली से संबंधित कई समस्याओं से जूझ रहा है। पिछले कुछ सालों से, अलग-अलग सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर समस्याओं की वजह से सिस्टम में बहुत दिक्कतें आ रही हैं. अधिकारियों की ओर से चेतावनी दिए जाने के बाद भी वरिष्ठ प्रबंधन ने इन चिंताओं पर कोई एक्शन नही लिया है. EPFO के अधिकारियों ने आईटी सिस्टम में चल रही गड़बड़ियों को लेकर श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मंडाविया के सामने अपनी बढ़ती निराशा जाहिर की.
ध्यान नहीं देने पर बिगड़ जाएगी स्थिति
EPF अधिकारी संघ EPFO में आईटी व्यवस्था के बिगड़ने को लेकर काफी चिंतित है. अधिकारी पिछले दो साल से सीपीएफसी से इस बारे में बात कर रहे हैं, लेकिन इस मुद्दे को सुलझाने के लिए कुछ खास प्रयास नहीं किया जा रहा है. पुरानी प्रणाली अधिकारियों के लिए कई तरह की समस्याएं पैदा कर रही है, जैसे लगातार सिस्टम फेलियर और रुकावटें. प्रयोग होने वाले सॉफ्टवेयर की प्रभावशीलता पर भी असर पड़ा है. यह जरूरी है कि ईपीएफओ में आईटी ढांचे को बेहतर बनाने के लिए जल्द ही कुछ कदम उठाए जाएं.
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सॉफ्टवेयर अपडेट करने की मांग
EPFO एसोसिएशन चाहता है कि ईपीएफओ एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर को जल्द से जल्द अपडेट किया जाए. वर्तमान परिस्थिति मे पीएफ कार्यालय 20 दिन की समय सीमा के भीतर दावों को संसाधित करने में संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने पिछले साल पूर्व श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव के सामने भी यही मुद्दे उठाए थे, लेकिन ईपीएफओ ट्रस्टी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में मार्च 2022 में एक बैठक में समस्याओं को स्वीकार करने के बावजूद कुछ नहीं किया गया. एसोसिएशन आगाह कर रहा है कि अगर इन मुद्दों को संबोधित नहीं किया जाता है, तो इससे हालात और खराब होंगे और उन्हें प्रभावी ढंग से हल करने के प्रयासों में बाधा आएगी.
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