EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के सदस्य सरकारी विभागों, कंपनियों, उद्यमों और प्राइवेट सेक्टर की कंपनियों में काम करने वाले कर्मचारी सावधान हो जाएं. आप इस समय साइबर क्रिमिनल्स के रडार पर हैं. अगर अपने पीएफ अकाउंट को रेग्युलर चेक नहीं करते रहेंगे, तो हो सकता है कि आपका पीएफ अकाउंट एक झटके में सफाचट भी कर दिया जा सकता है. ये साइबर ठग आपको धमकी भरे कॉल या ईपीएफ अधिकारी बनकर कॉल कर सकते हैं. आपसे आपका पीएफ खाता से जुड़े यूएएन नंबर और पासवर्ड पूछकर आपके जीवन भर की गाढ़ी कमाई का चूना भी लगा सकते हैं. ईपीएफओ अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर अपने सदस्यों को इस बात के लिए लगातार आगाह कर रहा है.
कर्मचारियों को लगातार आगाह कर रहा ईपीएफओ
भारत सरकार के श्रम मंत्रालय के अधीन काम करने वाले कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफओ ने अपने अधीन आने वाले सदस्य कर्मचारियों के लिए बेहद जरूरी सूचना जारी की है. उसने अपने सदस्यों से कहा कि वे अपने ईपीएफ खाते के यूएएन नंबर और पासवर्ड को सुरक्षित रखें, वरना आपके साथ साइबर धोखाधड़ी हो सकती है. ईपीएफओ अपनी वेबसाइट के जरिए ही सदस्यों को जरूरी सूचना दे रहा है.
यूएएन और पासवर्ड चोरी होने या खोने पर खतरा अधिक
ईपीएफओ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जब आप अपना खाता लॉगइन करेंगे, तब एक पॉप-अप बॉक्स खुलेगा. इस पॉप-अप बॉक्स में ईपीएफओ ने अपने सदस्य कर्मचारियों के लिए चेतावनी जारी की है. इस चेतावनी में कहा गया है कि अपने क्रेडेंशियल (यूएएन और पासवर्ड) की चोरी होने या खोने के प्रति सतर्क रहें. ऐसा होने पर साइबर धोखाधड़ी हो सकती है. ईपीएफओ की ओर से दी जाने वाली चेतावनी का अर्थ यह है कि आपके पीएफ खाते पर साइबर क्रिमिनलों की नजर टिकी हुई है और वे कभी भी आपके खाते में जमा पैसों पर हाथ साफ कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें: सट्टा मटका खेला तो जेल में निकलेगी हेकड़ी, इनकम टैक्स चाट लेगा सारी कमाई
यूएएन और पासवर्ड की सुरक्षा करना बेहद जरूरी
ईपीएफओ अपने सदस्य कर्मचारियों को समय-समय पर आगाह करता रहता है कि आपको अपने ईपीएफ खाते से जुड़े यूएएन और पासवर्ड की खास सुरक्षा करनी होगी. ईपीएफओ ने अपने सदस्य कर्मचारियों को सलाह दी है कि वे अपने कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन में लाइसेंस प्राप्त एंटी-वायरस और एंटी-मैलवेयर इंस्टॉल कर लें. डिवाइस को हमेशा अपडेट और पैच रखें. उसने यह भी कहा है कि अपने ईपीएफ खाते के लिए जटिल से जटिल पासवर्ड बनाएं और किसी भी व्यक्ति के साथ पासवर्ड या ओटीपी साझा न करें.
इसे भी पढ़ें: इंतजार खत्म! 70 साल के बुजुर्गों आयुष्मान भारत का रजिस्ट्रेशन जल्द