इंग्लैंड ने लॉर्ड्स में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में श्रीलंका को 190 रनों से हराकर शानदार जीत हासिल की. यह मैच 2024 में श्रीलंका के इंग्लैंड दौरे का हिस्सा था, जिसमें बल्ले और गेंद दोनों से इंग्लैंड का दबदबा देखने को मिला.
मैच का सारांश
दूसरा टेस्ट 29 अगस्त से 2 सितंबर, 2024 तक प्रतिष्ठित लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर हुआ. कप्तान ओली पोप की अगुवाई में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुना. उन्होंने अपनी पहली पारी में 427 रनों का जबरदस्त स्कोर खड़ा किया, जिसमें जो रूट ने 143 रन बनाए और गस एटकिंसन ने 118 रनों की शानदार पारी खेली और अपना पहला टेस्ट शतक बनाया. श्रीलंकाई गेंदबाजों में असिथा फर्नांडो ने 102 रन देकर पांच विकेट चटकाए. जवाब में, श्रीलंका ने गति बनाने के लिए संघर्ष किया और अपनी पहली पारी में केवल 237 रन ही बना सका. कामिंडू मेंडिस श्रीलंका के शीर्ष स्कोरर रहे, जिन्होंने 61 रनों का योगदान दिया.
इंग्लैंड की दूसरी पारी
इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी 5 विकेट पर 245 रन बनाकर घोषित की, जिससे श्रीलंका को 436 रनों का चुनौतीपूर्ण लक्ष्य मिला. इस पारी में जो रूट ने 100 रन बनाए, जिन्होंने एलिस्टर कुक के टेस्ट शतक के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया और हैरी ब्रूक और जेमी स्मिथ की तेज पारी ने इंग्लैंड के आक्रामक बल्लेबाजी दृष्टिकोण को दर्शाया. चौथे दिन पारी घोषित की गई, जिससे श्रीलंका को मुश्किल लक्ष्य का सामना करना पड़ा.
श्रीलंका की प्रतिक्रिया
अपनी दूसरी पारी में श्रीलंका को कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा. वे सिर्फ़ 245 रन पर आउट हो गए, जो लक्ष्य से काफ़ी कम था. दिमुथ करुणारत्ने के शानदार प्रदर्शन के बावजूद, जिन्होंने 54 रन बनाए, बाकी बल्लेबाज़ी लाइनअप इंग्लैंड के गेंदबाज़ी आक्रमण के सामने संघर्ष करती रही. ओली स्टोन और गस एटकिंसन ने श्रीलंका के बल्लेबाज़ी क्रम को ध्वस्त करने में अहम भूमिका निभाई, स्टोन ने चार विकेट लिए और एटकिंसन ने तीन विकेट अपने नाम किए.
परिणाम
यह जीत इंग्लैंड के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि थी, क्योंकि उन्होंने न केवल जीत हासिल की बल्कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों में अपनी ताकत का प्रदर्शन भी किया. लॉर्ड्स में प्रदर्शन ने श्रृंखला के शेष मैचों के लिए सकारात्मक माहौल तैयार कर दिया है, इंग्लैंड आगामी मैचों में इस लय को बनाए रखना चाहेगा. श्रीलंका की हार ने सुधार के क्षेत्रों को उजागर किया, विशेष रूप से उनकी बल्लेबाजी की गहराई और दबाव में स्थिरता में वो जरूर सुधार करना चाहेंगे.
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