Donald Trump Firing: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर उनकी चुनावी रैली के दौरान हमला हुआ है. पेंसिल्वेनिया में उनकी रैली के दौरान एक अज्ञात शूटर में गोली चलाई जो ट्रंप के दाहिने कान पर लगी, जिसके बाद यूएस सीक्रेट सर्विस एजेंट ने ट्रंप को मंच से नीचे उतारकर गाड़ी में बिठाया. रैली में मौजूद एक शख्स के साथ-साथ शूटर की भी मौत हो गई है तथा एक और शख्स गंभीर रूप से घायल है. रैली में गोलियां चलने के बाद भी ट्रंप ने हिम्मत दिखाई. गाड़ी में बैठने के बाद वह बाहर निकल कर अपनी मुट्ठी बांधे और अपने समर्थकों को हाथ ऊपर उठा कर इशारा किया कि वह युद्ध में अभी भी डटे हुए हैं. इस तरह की गोलियों से उन्हें कोई प्रभाव नहीं पड़ा है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी इस तरह की घटना की निंदा की है. उन्होंने अफसोस जताते हुए चिंता जाहिर की है और ट्रंप की सलामती के लिए प्रार्थना किया है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की हिंसा के लिए अमेरिका में कोई जगह नहीं है.
डोनाल्ड ट्रंप की रैली में हुई गोलीबारी से जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें –
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1. अमेरिकी सीक्रेट सर्विस ने कहा कि – डोनाल्ड ट्रंप अभी ठीक हैं, अमेरिकी अधिकारियों ने हमलावर को मार गिराया है. 1981 में रोनाल्ड रीगन की हत्या के बाद से यह किसी राष्ट्रपति या राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की हत्या का पहला प्रयास था. ठीक चार महीने बाद अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होने वाला है, इस व्यक्त पर यह घटना निंदनीय है.
2. रिपोर्ट के अनुसार, शूटर रैली में शामिल नहीं था. सुरक्षा दल ने उसे मार गिराया है. अमेरिका में भारी हथियारों से लदा यह सुरक्षा दल राष्ट्रपति और प्रमुख पार्टी के उम्मीदवारों के साथ हर जगह यात्रा करता है. यह किसी भी खतरे का सामना कर सकता है.
3. ट्रम्प के भाषण के बीच जब पहली गोली चलाई गई तो ट्रंप ओह कहते हुए जमीन पर गिर गए. उनके दाहिने कान से खून निकलने लगा. उन्होंने अपना दाहिना हाथ अपने दाहिने कान पर रखा. बाद में दो और गोलियां चलाई गईं. सीक्रेट सर्विस के लोगों को ट्रंप को रैली से बाहर कार तक ले जाने में दो मिनट लगे. हालांकि ट्रम्प को कितनी चोट आई है यह अभी किसी को ज्ञात नहीं है.
4. अपने गाड़ी में बिठाए जाने से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने भीड़ की ओर मुड़कर अपनी मुट्ठी उठाई, यह संकेत दिया कि वे हमले से प्रभावित नहीं हैं. बाद में उन्होंने अधिकारियों को तुरंत कार्रवाई के लिए धन्यवाद दिया. प्रवक्ता स्टीवन चेउंग ने एक बयान में कहा- “ट्रम्प अभी ठीक हैं और स्थानीय अस्पताल में उनकी जांच की जा रही है.”
5. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को गोलीबारी के बारे में जानकारी दी गई. उन्होंने कहा – “मुझे पेंसिल्वेनिया में डोनाल्ड ट्रम्प की रैली में हुई गोलीबारी के बारे में पता चला. मुझे यह सुनकर खुशी हुई कि वह सुरक्षित हैं और उनका स्वास्थ्य अच्छा है. मैं उनके और उनके परिवार और रैली में मौजूद सभी लोगों के लिए प्रार्थना कर रहा हूँ. जिल और मैं उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए सीक्रेट सर्विस के आभारी हैं. अमेरिका में इस तरह की हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है. हमें इसकी निंदा करने के लिए एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होना चाहिए.”
6. पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी गोलीबारी की निंदा की. उन्होंने कहा – “हमारे लोकतंत्र में राजनीतिक हिंसा के लिए बिल्कुल भी जगह नहीं है. हालाँकि हमें अभी तक ठीक से पता नहीं है कि क्या हुआ था, लेकिन हम सभी को राहत महसूस करनी चाहिए कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प को गंभीर चोट नहीं आई है. मिशेल और मैं उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं.”
7. यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस के संचार प्रमुख एंथनी गुग्लिल्मी ने एक्स पर लिखा- “13 जुलाई की शाम को पेंसिल्वेनिया में ट्रम्प की रैली में एक घटना हुई. यह अब एक सक्रिय सीक्रेट सर्विस जांच है और आगे की जानकारी उपलब्ध होने पर जारी की जाएगी.”
8. ट्रम्प के सबसे बड़े बेटे, डोनाल्ड ट्रम्प जूनियर ने एक्स पर ट्रम्प की एक तस्वीर पोस्ट की जिसमें वे अमेरिकी झंडे के सामने अपनी मुट्ठी उठाए हुए दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने लिखा- “वह अमेरिका को बचाने के लिए लड़ना कभी बंद नहीं करेंगे.”
9. एफबीआई और अन्य खुफिया एजेंसियां गोलीबारी की जांच के लिए जुट गई हैं. इस बीच बाइडेन ने भी अपने अभियान समर्थकों को संदेश भेजा है कि सभी टेलीविजन पर उपलबद्ध विडिओ को जल्द से जल्द हटाने का काम किया जाए.
10. अमेरिका कई दशकों से बंदूक हिंसा से जूझ रहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की 1963 में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. फिर 1968 में कैलिफोर्निया में रॉबर्ट एफ कैनेडी की भी हत्या कर दी गई थी. चुनाव प्रचार के दौरान कई अन्य पोल उम्मीदवारों की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई है. 1972 में जॉर्ज वालेस, जो एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ रहे थे, उन्हें भी एक अभियान के दौरान मंच पर गोली मार दी गई थी.