Tuesday, December 17, 2024
HomeEntertainmentDivyanka Tripathi:कभी किसी को प्रेग्नेंसी में परेशानियां भी हो सकती हैं..

Divyanka Tripathi:कभी किसी को प्रेग्नेंसी में परेशानियां भी हो सकती हैं..

divyanka tripathi :ओटीटी प्लेटफार्म जिओ सिनेमा पर इनदिनों वेब सीरीज द मैजिक ऑफ शिरी  स्ट्रीम कर रही है. अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी दहिया इस सीरीज का चेहरा है. इस सीरीज से जुड़ाव, उससे जुड़ी तैयारियों के साथ -साथ उनकी प्रेग्नेंसी की खबरों पर उर्मिला कोरी के साथ हुई खास बातचीत 

शीर्षक भूमिका आपकी है इसलिए शो को हां कहना आसान था ?

इस सीरीज में मेरी शीर्षक भूमिका है.  एक एक्टर के लिए यह बात बहुत मायने रखती है ,लेकिन सिर्फ यही वजह नहीं हो सकती है.क्योंकि मैंने कई शीर्षक भूमिका वाले शोज को ना कहा है. उनमें कुछ नयापन नहीं था या  मैं पहले वैसे भूमिका कर चुकी होती हूं, लेकिन इस सीरीज में जिस तरह किरदार है. मैंने  वैसा किरदार कभी नहीं किया है और ना देखा है. मैं खुद बहुत कंटेंट देखती हूं. अब तक ऐसी कोई सीरीज मेरी नजर में तो नहीं आई है. इस सीरीज में मैं फीमेल मैजिशियन बनी हूं और ऊपर से कहानी को 90 के दशक में स्थापित किया गया  है.

इस सीरीज की  शूटिंग से जुड़ी कोई खास मेमोरी जो आप शेयर करना चाहेंगी?

इस सीरीज की शूटिंग हमने बहुत सारे रियल लोकेशन में की है. दिल्ली के चांदनी चौक में शूटिंग हुई है. मसूरी में शूटिंग हुई है. सड़कों से लेकर रिक्शा तक सब कुछ रियल था,क्योंकि टीवी ने  मुझे घर-घर का लोकप्रिय चेहरा बना दिया है,इसलिए शूटिंग के दौरान मुझे लोगों का भर भर कर प्यार मिला है.वह मुझे अपने परिवार के सदस्य की तरह मानते हैं सिर्फ एक ग्लैमरस अभिनेत्री ने. तस्वीर तो सभी को चाहिए होती थी,लेकिन सब बहुत केयर भी करते थे. चांदनी चौक में जब मैं शूटिंग कर रही थी तो एक दुकानदार ने अपनी शॉप खोल दी थी ताकि मैं शूटिंग के बीच में आराम से चेयर पर बैठकर पंखे का हवा खाते हुए रेस्ट कर सकूं.किसी ने अपना गोदाम खोल दिया था. सबने अपनी तरफ से बहुत मदद की.

सीरीज में किरदार के लिए क्या क्या  सीखना भी पड़ा?

सीरीज में मैजिशियन हूं, तो मुझे मैजिक ट्रिक्स सीखने का मौका मिला.4 से 5 दिन मैजिक ट्रिक सीखने का वर्कशॉप हुआ था फिर उसके बाद हमें प्रैक्टिस करना था.हाथ की सफाई आसान नहीं होती है इसमें बहुत प्रैक्टिस होती है ताकि आपका हाथ एकदम स्मूथ हो जाए.उसमें फुर्ती ऐसी हो कि मैजिक ट्रिक कैसे हो गया ये दिखाई ना दे.. इसके अलावा मुझे अपनी लैंग्वेज पर भी काम करना पड़ा सभी को पता है कि मैं भोपाल से हूं और इस सीरीज में मैं पंजाबी बनी हूं  तो मुझे थोड़ा पंजाबी लहजे पर काम करना पड़ा.शिरी  के जो मन में होता है. वह धड़ल्ले से बोल देती है. मुझे नपातुला  बोलना पड़ता है हालांकि मैं भी ऑनेस्ट हूं ,लेकर चूंकि मैं कलाकार हूं और सभी को पता है आज का सभी की भावना बहुत जल्दी हर्ट हो जाती है. कुल मिलाकर शिरी  को बनाने में बहुत मेहनत लगी लेकिन काफी आनंददायक या पूरा प्रोसेस था.

इस किरदार को आत्मसात करते हुए क्या पिछला कुछ भूलना भी पड़ा था?

जहां तक भूलने या अनलर्न करने की बात है तो वह मेरे करियर की शुरुआती फेज में मुझे बहुत करना पड़ा था. मैं जब आई थी तो मैं एनसीसी कैडेट थी ,तो मेरी बॉडी लैंग्वेज बहुत अलग थी. मैं एकदम सीधे खड़ी होती थी. कंधे पीछे सिर  ऊपर. मेरा चलने का अंदाज वह परेड वाला था. अपनी एड़ियों को मार कर चलने वाला. ऐसे में लड़कियों की नजाकत नहीं आती थी. मैं कतई नाजुक नहीं थी, जब मैं इंडस्ट्री में आई थी.नाजुक बनाने के लिए मुझे अपने शरीर को बहुत ही ज्यादा तोड़ना पड़ा. इसके बाद ही मैं अपने पहले शो में शर्माती हुई लड़की बन पायी थी.अब तो इतने सालों का अभ्यास हो गया है कि किसी भी किरदार में आसानी से चली जाती हूं.
इस सीरीज में  आप मैजिशियन है, रियल लाइफ में अगर आपको पावर मिल जाएगी तो आप क्या बदलना चाहेंगी ?
मुंबई की सड़कों को मैं बदलना चाहूंगी. इतना टैक्स भरने के बावजूद जब आपको ऐसी सड़के मिलती हो तो बहुत दुख होता है.

जावेद जाफरी इस सीरीज में आपके मेंटर बने हैं उनके साथ ऑन स्क्रीन ऑफ स्क्रीन बॉन्डिंग कैसी रही है?

वह बहुत ही पैशनेट एक्टर हैं. अपने किरदार में पूरी तरह से डूब जाते हैं.  मुझे भी वैसे ही काम करना पसंद है इसलिए हमारी केमिस्ट्री बहुत ही अच्छी बन गयी थी. हमारा जो पहला सीन था. वह बहुत इंटेंस था और उसके बाद ही जावेद सर को मुझ पर भरोसा हो गया कि यह तो अच्छी एक्ट्रेस है . शूट के तुरंत बाद ही मुझे उनसे बहुत सारा प्रोत्साहन मिला। उसके बाद तो हम दोस्त ही बन गए थे. सेट पर वह बहुत जोक मारते थे.

इस सीरीज में दिखाया गया है कि किस तरह से पितृसत्ता समाज में महिलाओं को अपने सपनों को अक्सर कुर्बान करना पड़ता है,क्या आप निजी जिंदगी में इससे गुजरी हैं ?

मैं लकी रहूंगी नहीं हूं कि मेरे माता-पिता बहुत ही अच्छे हैं. उन्होंने मुझे मेरे सपनों के साथ कभी भी समझौता नहीं करने दिया. हालांकि उनको मेरी वजह से बहुत ताने और कटाक्ष सुनने पड़े हैं कि  लड़की को इतनी आजादी मत दो वरना नाक कटाएगी तो मेरे ऊपर बस इतना ही प्रेशर था कि मुझे अपने परिवार का सम्मान बचाकर अपने सपनों को पूरा करना है. हां मेरी मां ने बहुत कुर्बानी दी है. उनको बहुत सारी मनाहियां थी, जिस वजह से वह अपने सपने को पूरा नहीं कर पायी। यही वजह है कि शिरी के किरदार में मैं अपनी मम्मी को बहुत ज्यादा देख पा रही थी.मैंने अपनी मां के लुक  से ही इंस्पायर होकर शिरी का लुक  क्रिएट किया है

यह शो 90 के दशक पर है, 90 के दशक की सबसे अच्छी बात आपको कौन सी लगती थी ?

मेरी मम्मी की लूना बाइक थी. मैं पापा की दुकान जाती थी उनकी मदद करने के लिए.छोटी थी इसलिए मुझे लूना की ही परमिशन थी. पापा उसमें मुश्किल से 10 या 20 रुपये  का ही पेट्रोल डलवाते थे,तो वह बहुत बार खाली हो जाता था. ऐसे में कई बार साइकिल बनाकर आना पड़ता था. वो याद मेरी बहुत खास है. वैसे उस  वक्त सब में एक मासूमियत थी. अब इंटरनेट ने सबको एक ही किस्म का मेच्योर बना दिया है। बहुत छोटी उम्र से ही क्योंकि हम बहुत कुछ सीख गए हैं. इसके साथ ही अब सब में से धैर्य भी चला गया.

आपकी प्रेग्नेंसी की खबरें आपके धैर्य का कितना इम्तिहान लेते हैं ?

जब मेरे फैंस पूछते हैं तो मुझे बुरा नहीं लगता है क्योंकि मुझे पता है कि वह मेरे प्यार की वजह से मुझसे पूछते हैं. हां जो लोग ऐसी खबरें नंबर्स पाने के लिए बनाते हैं,तो मुझे बुरा लगता है. सोशल मीडिया पर नंबर्स बनाने के लिए लोग कुछ भी  डाल देते हैं. बस मैं यह चाहती हूं कि लोगों में इस सम्बन्ध में सेंसिटिविटी आये,क्योंकि कभी किसी को प्रेगनेंसी में परेशानियां भी हो सकती है.हो सकता है कि कोई कोशिश कर रहा हो और ना हो पा रहा हो. यह  बायोलॉजी के साथ-साथ भगवान की चीज है तो आप बार बार सवाल करके सामने वाले को परेशान करते हैं.


Home

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular