Diabetes Type 1 : शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली जब पेनक्रियाज के इंसुलिन बनाने वाली कोशिकाओं को अपने आप नष्ट करने लगती है तब इस स्थिति को टाइप वन डायबिटीज कहा जाता है. टाइप 1 डायबिटीज के होने की कोई निश्चित उम्र नहीं होती है यह कभी भी हो सकता है यह बच्चों में और किशोरों को भी अपना शिकार बन सकता है.
Diabetes Type 1 : क्या है इसका इलाज ?
टाइप वन डायबिटीज का इंसुलिन के अलावा कोई और इलाज नहीं होता है. इंसुलिन को सिरिंज से, इंजेक्शन से, पेन की मदद से या फिर इंसुलिन पंप यह इनहेलर की मदद से लिया जा सकता है.
Diabetes Type 2 : टाइप 2 डायबिटीज
सबसे सामान्य प्रकार का मधुमेह होता है टाइप टू डायबिटीज जो की पेनक्रियाज में पर्याप्त इंसुलिन के न बनने की वजह से होता है या फिर जब शरीर की कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति उचित प्रतिक्रिया नहीं दे रही होती हैं तब भी इसके होने के चांसेस बढ़ जाते हैं. वैसे तो मधुमेह 40 से ऊपर के व्यक्तियों में ही ज्यादा देखा जाता है लेकिन आजकल यह किसी भी उम्र में हो सकता है जिसका मुख्य कारण होता है बुरी आदतें खान-पान में लापरवाही एवं मीठे का अत्यधिक सेवन.
क्या है इसका इलाज ?
मधुमेह को काम करने के लिए या इसे अपना बचाव करने के लिए लाइफस्टाइल में कुछ जरूरी बदलाव करने पढ़ सकते हैं जैसे की खानपान की आदतों में सुधार, व्यायाम, वजन ज्यादा है तो वजन नियंत्रण और चिकित्सकों द्वारा सुझाई गई दवाइयां जो इंसुलिन के उत्पादन को बढ़ाती है, लिवर को कम ग्लूकोस रिलीज करने में मदद करती है, और कोशिकाओं को इंसुलिन का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करती हैं.