Chandra Grahan 2025: साल 2024 शीघ्र ही समाप्त होने वाला है. नए वर्ष में कई प्रमुख ग्रह राशि परिवर्तन करने जा रहे हैं. वर्ष 2025 में कुल चार ग्रहण होंगे, जिनमें दो सूर्य ग्रहण और दो चंद्र ग्रहण शामिल हैं. आइए जानें कब लगेगा साल 2025 का पहला चंद्रग्रहण
इस दिन लगेगा साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण
वर्ष 2025 का पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा, जो 14 मार्च, शुक्रवार को होगा. यह ग्रहण सिंह राशि और उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र में स्थित होगा. यह भारत में दृष्टिगोचर नहीं होगा, इसलिए इसका सूतक काल यहां मान्य नहीं होगा.
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सूतक काल नहीं होगा मान्य
यह एक पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. चूंकि यह चंद्र ग्रहण भारत में दृष्टिगोचर नहीं होगा, इसलिए इस समय सूतक काल लागू नहीं होगा. जानकारी के लिए बता दें कि यदि ग्रहण भारत में दिखाई देता है, तो ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक काल मान्य हो जाता है, और सूतक काल के दौरान कई कार्यों को रोकना आवश्यक होता है.
साल का पहला चंद्र ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, यूरोप, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अटलांटिक महासागर, अफ्रीका के कुछ क्षेत्रों, एशिया के कुछ हिस्सों और दक्षिणी उत्तरी ध्रुव में देखा जा सकेगा. भारत में इसे नहीं देखा जा सकेगा.
ज्योतिष के अनुसार, यह चंद्र ग्रहण विशेष रूप से सिंह, मकर और मीन राशियों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है. आइए इन राशियों पर इसके प्रभाव और उनसे निपटने के उपायों के बारे में जानते हैं.
सिंह राशि
वर्ष 2025 का पहला चंद्र ग्रहण सिंह राशि में होगा, जिससे इस राशि के जातकों को मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है. पारिवारिक जीवन में भी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, और कार्यक्षेत्र में विरोधी सक्रिय रहेंगे, जो आपके कार्य में बाधा डाल सकते हैं. भगवान शिव की आराधना करने से आपको लाभ प्राप्त होगा.
मकर राशि
इस चंद्र ग्रहण का मकर राशि के जातकों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, इसलिए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना आवश्यक है. आपके मन में नकारात्मक विचार उत्पन्न हो सकते हैं, और करियर में भी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है. सामाजिक स्तर पर भी आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है.
मीन राशि
इस राशि के जातकों के लिए चंद्र ग्रहण का प्रभाव नकारात्मक रहेगा, जिससे कार्यक्षेत्र में समस्याएं बढ़ सकती हैं. छोटी-छोटी गलतियों के कारण आपको गंभीर परिणामों का सामना करना पड़ सकता है. वैवाहिक जीवन में भी काफी अस्थिरता देखने को मिल सकती है. इसके अलावा, माता-पिता के स्वास्थ्य को लेकर आपकी चिंताएं भी बढ़ सकती हैं.