Budhwaar Aarti 2024: हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भगवान गणेश के लिए विशेष रूप से समर्पित है. यह दिन उन कार्यों को सफल बनाने के लिए अत्यंत उपयुक्त माना जाता है जो विघ्न में पड़े हैं. गौरी पुत्र श्री गणेश को विघ्नहर्ता के रूप में पूजा जाता है. उनकी कृपा से भक्तों के सभी बाधित कार्य संपन्न हो जाते हैं. गणेश जी को मंगलकारी भी कहा जाता है. यह मान्यता है कि यदि कोई व्यक्ति बुधवार के दिन पूर्ण श्रद्धा और भक्ति के साथ भगवान गणेश की पूजा करता है, तो उसके जीवन के सभी विघ्न समाप्त हो जाते हैं. इसलिए इस दिन गणेश जी की पूजा करना अनिवार्य है. इसके अतिरिक्त, बुधवार को गणेश जी की आरती का पाठ करने से जीवन में सुख-शांति आती है और सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं. गणेश जी की आरती इस प्रकार है…
गणेश जी की आरती
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
एक दंत दयावंत, चार भुजा धारी।
माथे सिंदूर सोहे, मूसे की सवारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
पान चढ़े फल चढ़े, और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे संत करें सेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
अंधन को आंख देत, कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत निर्धन को माया॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
सूर’ श्याम शरण आए, सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥
दीनन की लाज रखो, शंभु सुतकारी।
कामना को पूर्ण करो जाऊं बलिहारी॥
जय गणेश जय गणेश, जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती पिता महादेवा॥