AUS vs IND: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के लिए पर्थ का ऑप्टस मैदान पूरी तरह तैयार है. मंगलवार को बारिश होने की वजह से पिच पर कवर्स थे. लेकिन बुधवार को आसमान साफ होने से पिच पर घास उग आई है. पिच क्यूरेटर ईसाक मैकडोनाल्ड ने पहले ही घास भरी पिच की चेतावनी दे दी थी. ऐसे में मैदान पर तेज गेंदबाजों की गेंद कहर ढाती हुई नजर आएंगी. वैसे भी इस मैदान पर अब तक हुए चार मैचों में सबसे ज्यादा विकेट तेज गेदबाजों के खाते में ही गए हैं. पेसर्स ने इस मैदान पर 102 विकेट निकाले हैं. लेकिन इस मैच में जीत के लिए किस्मत का खेल भी जुड़ा है.
ऑप्टस स्टेडियम पर क्या है लकी चार्म
स्वान नदी से सटे इस मैदान पर जीत के लिए किस्मत का साथ भी जरूरी है. ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर हुए चारो मैच अपने नाम किए हैं. इस मैदान पर जीत के लिए एक और बड़ा कारण रहा है. अब तक हुए चारों मैचों में जिसने भी टॉस जीता है, वही मैच का विजेता बना है. ऑस्ट्रेलिया के लिए दो मैचों में टिम पेन तो दो मैचों में पैट कमिंस कप्तान रहे हैं और दोनों ने ही टॉस जीत कर मैच जीते हैं. ऑस्ट्रेलिया ने चारों मैचों में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी चुनी. उसका ध्यान पहली पारी में ज्यादा से ज्यादा स्कोर करने पर रहा है.
ऑस्ट्रेलिया ने ऑप्टस के इस खूबसूरत मैदान पर अब तक चार मैच खेले हैं. सबसे पहला मैच 2018 में भारत के खिलाफ हुआ टेस्ट इस मैदान का डेब्यू टेस्ट था. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में बैटिंग करते हुए 326 रन बनाए, जबकि भारत ने विराट कोहली के शतक की बदौलत 283 रन बनाए. विराट ने हाल ही में अपनी इस पारी को ऑस्ट्रेलिया में खेली गई सबसे पसंदीदा पारी बताया है. इस मैच में नाथन लियोन ने कुल 8 विकेट निकाल कर प्लेयर ऑफ द मैच का खिताब अपने नाम किया था. पर्थ के इस मैदान पर हुए चारों मैचों ऑस्ट्रेलिया की जीत का संक्षिप्त लेखा जोखा-
2018 में भारत के खिलाफ 146 रनों से जीत
2019 में न्यूजीलैंड के खिलाफ 296 रनों से जीत
2022 में वेस्टइंडीज के खिलाफ 164 रनों से विजयी
2023 में पाकिस्तान के खिलाफ 360 रनों से जीत
भारत के प्लेइंग इलेवन किसको मिल सकता है मौका
भारतीय टीम को किस्मत के साथ अपनी मेहनत पर भी भरोसा दिखाना होगा. नियमित कप्तान रोहित शर्मा के दूसरी बार पिता बनने के कारण वे टीम के साथ दूसरे मैच में ही जुड़ पाएंगे. शुभमन गिल भी अंगूठे में चोट लगने की वजह से पहले टेस्ट से बाहर हैं. ऐसे में भारतीय टीम को अपनी बल्लेबाजी लाइन अप में किसी नए बैट्समैन को उतारना पड़ेगा. पर्थ की इस उछाल लेती पिच पर देवदत्त पडिक्कल या अभिमन्यु ईश्वरन को मौका मिल सकता है. मध्यक्रम में भारत ए की टीम में ध्रुव जुरेल ने अपनी पारी से सबको आकर्षित किया था, लेकिन भारत के पास ऋषभ जैसा अनुभवी विकेटकीपर बल्लेबाज है, तो उनके मौका मिलना शायद ही संभव हो सके.
आलराउंडर की सूची में रवींद्र जडेजा को बाहर रखना टीम के लिए संभव नहीं है ऐसे में नितीश कुमार रेड्डी और वाशिंगटन सुंदर में से किसी एक को मौका दिया जा सकता है. चूंकि वाशिंगटन स्पिन विशेषज्ञ हैं और नितीश पेसर, तो पिच के हिसाब से नितीश का मौका दिया जाना ज्यादा मुफीद हो सकता है. वैसे भी भारत के पास रविचंद्रन अश्विन के रूप में कहीं अधिक अनुभवी गेंदबाज है, तो सुंदर को शायद ही मौका मिल पाए.
पेसर भारतीय कप्तान जसप्रीत बुमराह स्वयं तेज गेंदबाज हैं. उनके साथ लंबे स्पेल फेंकने के लिए सिराज हो सकते हैं. टीम इंडिया एक और तेज गेंदबाज भी अपनी टीम में जरूर रखना चाहेगी. भारतीय दल में आकाशदीप, प्रसिद्ध कृष्णा और नवोदित हर्षित राणा भी हैं. इनमें से किसी एक का चुनाव करना आसान नहीं होगा. चूंकि प्रसिद्ध ने भारत ए और ऑस्ट्रेलिया ए के बीच हुए दो मुकाबलों में असरदार प्रदर्शन किया था, तो उनको मौका दिया जा सकता है. वहीं हर्षित राणा हेड कोच गौतम गंभीर की पसंद बताए जाते हैं, तो उनका दावा भी खारिज नहीं किया जा सकता.
पहले टेस्ट के लिए भारतीय टीम की संभावित प्लेइंग इलेवन
जसप्रीत बुमराह (कप्तान), यशस्वी जयसवाल, केएल राहुल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), सरफराज खान, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा
अन्य खिलाड़ी- रोहित शर्मा (अनुपस्थित), शुभमन गिल, अभिमन्यु ईश्वरन, ध्रुव जुरेल, वाशिंगटन सुंदर, मोहम्मद सिराज, आकाश दीप, हर्षित राणा, नितीश कुमार रेड्डी.
रिजर्व खिलाड़ी- मुकेश कुमार, नवदीप सैनी और खलील अहमद.