Saturday, December 14, 2024
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क्‍या मह‍िलाएं पैरों में पायल और काला धागा एक साथ पहन सकती हैं? ये बदल देगा राहु-केतु की चाल

सनातन धर्म में गहनों का अपना महत्‍व है. सुहागनों के ल‍िए तो सोलह श्रृंगार भी बताए गए हैं. इन्‍हीं श्रृंगारों में एक है पैरों में पहनी जाने वाली चांदी की पायल. पैरों में पायल पहनने के मह‍िलाओं को कई फायदे बताए गए हैं. पायल के साथ ही पैरों में एक और चीज पहनी जाती है, वह है काला धागा. काला धागा नकारात्मक शक्तियों और नजर दोष से बचने के लिए पहना जाता है. आपने देखा होगा कई बार नई नवेली दुल्हन को पैरों में पायल और काला धागा दोनों पहनाए जाते हैं. क्‍या आप जानते हैं, इसका क्‍या महत्‍व है? इसे पहनने का सही तरीका क्‍या है? सेलिब्रिटी एस्ट्रोलॉजर प्रदुमन सूरी का कहना है कि महिलाओं के सोलह श्रृंगार में शामिल पायल को सुहाग का प्रतीक माना जाता है. माना जाता है कि पायल पहनने से घर में सौभाग्य और धन आता है और दुर्भाग्य दूर होता है. काले धागे में पायल पहनने से मानसिक शांति मिलती है. आइए जानते हैं इन दोनों को पहनने का महत्‍व.

इसलि‍ए पहनना चाहिए काला धागा
ज्‍योत‍िष प्रदुमन सूरी के अनुसार, पायल के साथ काला धागा पहना जाए तो ग्रहों के बहुत से दोष समाप्त हो जाते हैं. वह बताते हैं कि कुंडली में राहु-केतु कमजोर हैं, तो पैर में काला धागा जरूर पहनें. यह कई तरह के कष्टों से बचाता है. साथ ही कुंडली में शनि ग्रह मजबूत होता है.

भैरव मंदिर में पहने काला धागा
काला धागा शनिवार के दिन ही पहनें. इसे भैरव मंदिर में ले जाकर ही पहनना चाहिए. काले धागे के साथ कभी भी लाल या पीला धागा नहीं पहनना चाहिए. इसे धारण करने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव किसी व्यक्ति पर नहीं पड़ता. इसके अलावा किसी की बुरी नजर नहीं लगती है. महिलाओं को काला धागा बाएं हाथ और पैर में बांधना चाहिए. हालांकि मेष, वृश्चिक और कर्क राशि की महिलाओं को पायल के साथ काला धागा नहीं पहनना चाहिए.

स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतें होती दूर
ज्‍योत‍िष प्रदुमन सूरी बताते हैं, स्‍वास्‍थ्‍य की दृष्‍ट‍ि से भी इन्‍हें पहनना बहुत ही लाभदायक होता है. चांदी शरीर में ब्लड सर्कुलेशन में मदद करता है. इसलिए जो महिलाएं चांदी की पायल पहनती हैं उनके पैरों में दर्द की समस्या कम रहती हैं. पायल पहनने से हड्डियां मजबूत होती हैं. पायल पहनने से अन्य गंभीर बीमारी को छोड़कर आमतौर पर पैरों में सूजन नहीं होती है. इसलिए महिलाओं को चांदी की पायल पहनने की सलाह दी जाती है. काला धागा पहनने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. ज्योतिष के अनुसार, अगर आपके पेट में दर्द रहता है तब भी पैरों में काला धागा पहनना चाहिए. इससे पेट दर्द कम होता है. काला धागा पहनने से चोटें ठीक होती हैं और शरीर को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है. काला धागा पहनने से रीढ़ की समस्या और कमर के निचले हिस्से के दर्द से भी बचाव होता है.

Tags: Astrology, Dharma Culture


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