दुनिया में ऐसे कई लोग हैं जो किसी का भी बुरा ना करते हुए भी बदनाम हो जाते हैं या किसी और की गलती के कारण उनका बदनामी का सामना करना पड़ता है. इन वजहों से उन पर किसी न किसी तरह से बेवजह कलंक लग जाता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इसका कारक आपकी जनम कुंडली के अंदर मौजूद ग्रहों की बुरी दशा, योग, युतियां एवं प्रभाव होते हैं जिसका अगर निवारण उपायों द्वारा समय रहते कर लिया जाए तो आपके और आपके परिवार को बदनामी या कलंक का सामना कभी करना नहीं पड़ेगा. यहां आपको बताएंगे उन सभी ग्रहों, दशाओं और युतियों के बारे में और उनको ठीक करने के उपाय. हमारा जीवन हमारे ग्रहों की स्थिति पर निर्भर करता है. जीवन में सुख दुख, भोग विलास, मान सम्मान सभी हमारे कर्मों के साथ साथ हमारे ग्रहों के फलस्वरूप मिलता है. हर व्यक्ति चाहता है कि उसे समाज में मान-सम्मान मिले. कोई भी उसे बेवजह बदनाम या अपमानित न करे. लेकिन जीवन में कुछ ऐसे हालात बन जाते हैं कि बार – बार बदनामी का सामना करना पड़ता है. अगर मान सम्मान को ठेस पहुच रही है और बार बार अपमानित होना पड़ रहा है, बेवजह बदनामी हो रही है तो आप कुछ सरल उपाय करके इसे रोक सकते हैं.
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इस कारण होते हैं ग्रह कमजोर, मिलता है अपयश
अगर आपके घर में कहीं भी पानी जमा हो रहा है. पानी व्यर्थ बह रहा है, नल या टैंक लीक हो रहे हैं तो तुरंत इसका हल निकालें. घर के किसी भी कोने या छत पर पानी जमा होने का अर्थ है जीवन में बदनामी होना. इसके अलावा घर के मुख्यद्वार पर कोई काली रंग की वस्तु लटक रही हो या काले रंग का पेंट हो तो घर के मुखिया को झूठे आरोपों का सामना करना पड़ता है. मुखिया को धोखा भी मिलता है और बदनामी भी झेलनी पड़ती है, मुख्यद्वार के साथ साथ यदि घर के दाहिने की तरफ की खिड़की का प्लास्टर उखड गया हो, खिड़की की दशा जर्जर हो और वहां सफाई का ध्यान न रखा गया हो तो घर के मुखिया को समाज में इज्जत नहीं मिलती और बेवजह का तिरस्कार झेलने की नौबत आती है.
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मान-सम्मान पाने के लिए ये उपाय ये हो सकते कारगर
- रविवार को व्रत रखें. इस दिन तेल, नमक न खाएं और एक समय ही भोजन करें.
- रविवार को तांबा, गुड़, गेहूं, मसूर की दाल दान करें.
- सुबह उठकर सूर्य देव को अर्घ्य दें और गायत्री मंत्र का जाप करें.
- आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें.
- सुबह घर से निकलने से पहले गाय की पूजा करें और रोटी खिलाएं.
- चींटियों को खोपरे और शक्कर का बूरा मिलाकर खिलाएं.
- कम से कम तीन गरीबों को भोजन दान करें.
- गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें. बेसन के लड्डुओं का भोग लगाकर प्रसाद बांटें.
- मां लक्ष्मी की पूजा करें, सुगंधित इत्र अर्पित करें, मां लक्ष्मी की आरती करें. खीर का भोग लगाएं, 7 कन्याओं को खीर का प्रसाद बांटें.
भगवान भी करते थे सूर्य पूजा: भगवान राम सूर्य पूजा करते थे वहीं महाभारत में कर्ण भी हर रोज सूर्य की पूजा करते थे और सूर्य को अर्घ्य देते थे. ऐसा माना गया है कि इससे व्यक्ति को घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलता है और भाग्योदय में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं.छान्दोग्यपनिषद के अनुसार सूर्य की ध्यान साधना करने से पुत्र की प्राप्ति होती है.
Tags: Astrology, Vastu tips
FIRST PUBLISHED : October 27, 2024, 08:26 IST