हरिद्वार. आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शारदीय नवरात्रि की विधिवत शुरुआत हो जाती है. साल 2024 में शारदीय नवरात्रि 3 अक्टूबर से शुरू हो रहा है. इस साल शारदीय नवरात्रि में एक खास योग बन रहा है जिससे शनि देव जनित कष्टों से मुक्ति मिल जाएगी. हिंदू पंचांग के अनुसार आश्विन मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि 3 अक्टूबर बृहस्पतिवार को है. शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि को सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है. इससे जातकों को विशेष फल मिलेगा. वैदिक पंचांग के अनुसार अश्विन कृष्ण पक्ष की तृतीया यानि 5 अक्टूबर को सुबह 6.26 से रात 9.33 तक, सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा. जो जातक शनि ग्रह की साढ़े साती और ढैय्या और महादशा जनित कष्टों से पीड़ित हैं उनके द्वारा ज्योतिष शास्त्र में बताए गए उपाय को करने से उन्हें विशेष लाभ मिलेगा.
हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री ने लोकल 18 को बताया कि ज्योतिष शास्त्र में सर्वार्थ सिद्धि योग विशेष फल प्रदान करने वाला है. सर्वार्थ सिद्धि योग में कोई भी कार्य करने पर उसका कई गुना फल प्राप्त होता है और सभी कार्यों में सिद्धि प्राप्त होती है. शारदीय नवरात्रि में तृतीया तिथि को सर्वार्थ सिद्धि योग होने से उन जातकों को शुभ फल मिलेगा जो शनि देव जनित कष्टों से पीड़ित है.
तृतीया तिथि पर करें ये उपाय
पंडित श्रीधर शास्त्री ने शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि शनिवार को है. यदि इस दौरान जातक शनि ग्रह की साढ़े साती और ढैय्या या महादशा की पीड़ा से छुटकारा पाना चाहते हैं तो उनके द्वारा शनि मंत्रो का जाप करना विशेष लाभकारी होगा. जातकों को शनिदेव के निमित्त अपने घर के मंदिर में बैठकर शनिदेव की पूजा अर्चना और उनके मंत्रो का जाप करना चाहिए. शाम के समय पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाना और शनि चालीसा का पाठ या बीज मंत्र की एक माला जाप करना चाहिए. ऐसा करने से साढ़ेसाती, ढैया या महादशा से मुक्ति मिल जाएगी.
Note: शारदीय नवरात्रि की तृतीया तिथि को बन रहे सर्वार्थ सिद्धि योग से शनि देव की साढ़ेसाती, ढैया या महादशा की पीड़ा से छुटकारा पाने की ओर अधिक जानकारी के लिए आप हरिद्वार के विद्वान ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री से उनके फोन नंबर 9557125411 और 999750 944 पर संपर्क कर सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 2, 2024, 15:34 IST