हरिद्वार. वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गोचर का सीधा संबंध सभी 9 ग्रहों और 12 राशियों से होता है. गोचर का अर्थ ग्रहों की चाल से है. जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता है, तो इसे गोचर कहते हैं. ग्रहों के गोचर का प्रभाव न केवल देश-दुनिया पर, बल्कि व्यक्ति के जीवन पर भी पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सभी ग्रह एक निश्चित समय के अंतराल पर राशि परिवर्तन करते रहते हैं. सूर्य से लेकर केतु तक सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन का समय अलग-अलग होता है. जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है, तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता है. कुछ राशियों को गोचर से सकारात्मक फल मिलता है, जबकि कुछ पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को न्याय का देवता माना जाता है जो जातकों को उनके कर्मों के आधार पर फल प्रदान करते हैं. कहा जाता है कि व्यक्ति को अपने जीवन में एक बार शनि देव के प्रकोप का सामना जरूर करना पड़ता है. शनि देव सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह हैं जो एक राशि पर 2.5 साल तक रहकर उनके कर्मों का हिसाब करते हैं. सभी 12 ग्रहों के जैसे ही शनि देव एक निश्चित समय में राशि परिवर्तन करते हैं इसके साथ शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन भी होता रहता है. जब शनि देव राशि परिवर्तन करते हैं तो इसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता है. कुछ राशियों को गोचर से सकारात्मक फल मिलता है, जबकि कुछ पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है.
15 नवंबर तक शनि चलेंगे वक्री चाल
शनिदेव आज यानी 3 अक्टूबर को मित्र राहु के नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं जिसका सभी 12 राशियों पर अच्छा और बुरा प्रभाव पड़ेगा. वैदिक पंचांग के शनि देव 3 अक्टूबर यानि आज दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर चुके हैं और 27 दिसंबर तक शतभिषा नक्षत्र में रहेंगे. गौरतलब है कि आज से शारदीय नवरात्रि शुरू हो रही है और 2 अक्टूबर को सूर्यग्रहण भी लगा था. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, 27 नक्षत्रों में से शतभिषा नक्षत्र 24वां होता है. इस नक्षत्र के स्वामी राहु और राशि कुंभ है. इस समय शनिदेव अपनी मूल राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं जहां मार्च 2025 तक रहेंगे. शनि देव कुंभ राशि में 15 नवंबर तक वक्री चाल चल रहे हैं इसलिए शनिदेव का नक्षत्र परिवर्तन शतभिषा नक्षत्र में होने से जातकों को इसका लाभ मिलेगा.
इन 3 राशियों को होगा लाभ
हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषी पंडित शशांक शेखर शर्मा बताते हैं कि शनि देव 3 अक्टूबर की दोपहर 12 बजकर 30 मिनट पर शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर चुके है. शतभिषा नक्षत्र के स्वामी राहु ग्रह है. शनि देव के राहु के नक्षत्र में प्रवेश करने के कारण कुछ राशि के जातकों को अच्छा लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं शनि के नक्षत्र परिवर्तन करने से किन-किन राशि वालों को इसका फायदा मिलेगा
मेष राशि: शनि देव के नक्षत्र परिवर्तन करने पर मेष राशि के जातकों को विशेष लाभ की प्राप्ति होगी. जब शनि देव राहु के नक्षत्र शतभिषा में प्रवेश कर गोचर करेंगे तो शनि देव की तीसरी दृष्टि मेष राशि पर होगी. क्योंकि शनि देव अपनी मूल राशि कुंभ में गोचर कर रहे हैं. शनि देव की तीसरी दृष्टि मेष राशि पर होने से मेष राशि को आकस्मिक लाभ मिलेगा. मेष राशि के जातकों को इस दौरान आकस्मिक संपत्ति संबंधी लाभ भी मिल सकता है. यदि आप किसी प्रॉपर्टी को लेने के इच्छुक है तो यह समय आपके लिए बहुत अधिक लाभदायक होगा.
सिंह राशि: सिंह राशि वालों के लिए शनि का नक्षत्र परिवर्तन बहुत ही अच्छा साबित हो सकता है. इस दौरान सिंह राशि के जातकों के जीवन में खुशियों में इजाफा होगा. साथ ही सफलता प्राप्ति के योग बन रहे हैं. आर्थिक स्थिति में तेजी के साथ बदलाव देखने को मिलेगा. नौकरीपेशा जातकों को नई नौकरी के अवसरों में वृद्धि होगी. व्यापार में अच्छा मुनाफा होगा।
तुला राशि: शनि देव के राहु के नक्षत्र शतभिषा में प्रवेश कर गोचर करने से तुला राशि के जातकों को आकस्मिक धन लाभ हो सकता है. तुला राशि के जातकों को यहां शनि देव आकस्मिक धन लाभ देंगे जिसकी कल्पना भी उनके द्वारा नहीं की गई होगी. इस दौरान तुला राशि के जातकों को शेयर मार्केट, म्यूचुअल फंड आदि में विशेष लाभ होने की संभावना ज्यादा रहेगी. तुला राशि के जातकों को संपत्ति संबंधी आकस्मिक धन लाभ हो सकता है जिसकी कल्पना भी उनके द्वारा नही की गई होगी.
Note: शनि देव के नक्षत्र परिवर्तन करने की ओर अधिक जानकारी के लिए आप हरिद्वार के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित शशांक शेखर शर्मा से उनके फोन नंबर 7895714521 और 9997509443 पर संपर्क करके पूरी जानकारी ले सकते हैं.
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FIRST PUBLISHED : October 3, 2024, 13:47 IST
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.