Saturday, November 16, 2024
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सप्तमी श्राद्ध आज, मूलांक 7 वालों को मिलेगा भाग्य का साथ! जानें भाग्योदय के उपाय

हिंदू पंचांग की सातवीं तिथि को सप्तमी कहते हैं. यह तिथि मास में दो बार आती है. पूर्णिमा के बाद और अमावस्या के बाद. पूर्णिमा के बाद आने वाली सप्तमी को कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अमावस्या के बाद आने वाली सप्तमी को शुक्ल पक्ष की सप्तमी कहते हैं. सप्तमी तिथि को शुभ प्रदायक माना गया है. इस तिथि में जातक को सूर्य का शुभ प्रभाव प्राप्त होता है. सूर्य ग्रह की शुभता को प्राप्त करने के लिए ये तिथि बहुत उपयोगी सिद्ध होती है. इस तिथि में सूर्य देव का पूजन और उनके निमित्त व्रत का पालन करने से जातक को जीवन में सफलता और सम्मान की प्राप्ति होती है. आज सप्तमी श्राद्ध है. आज का दिन मूलांक 7 के लिए लकी है.

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मूलांक 7 का सप्तमी से होता है संबंध
तिथि क्रम में सप्तमी तिथि का क्रमांक 7 है, इसलिए मूलांक 7 वालों को अपनी किस्मत चमकाने के लिए इस तिथि में करने चाहिए ज्योतिष उपाय. गरुण पुराण के अनुसार पितृ पक्ष में पितृ देव लोक से मृत्यु लोक पर आते हैं. यदि हम कुछ उपाय करके उन्हें प्रसन्न कर लें तो निश्चित रूप से हमें उनका आशीर्वाद प्राप्त हो जाएगा.

जिन लोगों का जन्म किसी भी माह की 7, 16 या 25 तारीख को हुआ है, उनका मूलांक 7 होता है. ऐसे जातकों को पितृ पक्ष की सप्तमी तिथि को यहाँ बताये उपाय करने चाहिए, जिससे उनके घर में सुख शांति, धन संपदा में वृद्धि होती है, साथ ही सौभाग्य बढ़ता है. मूलांक 7 वालों की बॉन्डिंग सबसे अच्छी 4,13,22 और 31 तारीख को जन्में लोगों के साथ अच्छी होती है.

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मूलांक 7 वाले करें यह उपाय
1- पितरों को प्रसन्न करने के लिए इस मंत्र का 11 माला जाप करें –
पितर देवता का पूजन मंत्र-
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय च धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात।
ॐ पितृगणाय विद्महे जगत धारिणी धीमहि तन्नो पितृो प्रचोदयात्।

2- हनुमान जी के किसी भी मंदिर में बैठकर बजरंग बाण का पाठ करें.

3- पितृ दोष की शांति के लिए शिव जी पर चढ़ाएं पीपल के पत्तों की माला.

मूलांक 7 के इष्ट देव शिव-पार्वती हैं और चतुर्मास में भगवान विष्णु के चिरनिद्रा में जाने के बाद भगवान भोलेनाथ इस जगत के राजा की भूमिका निभाते हैं. ऐसे में यदि भगवान भोलेनाथ की पूजा की जाए तो वह प्रसन्न होकर अतिशीघ्र अपना आशीर्वाद देंगे.

Tags: Ank Jyotish, Astrology, Pitru Paksha


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