Tuesday, December 17, 2024
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IAS Yog: जन्म कुंडली में मौजूद ये योग बनाते हैं आईएएस, क्या कहती आपकी कुंडली, किस ओर हैं संकेत, यहां समझिए

IAS Yog: इस संसार में जब भी कोई बच्चा पैदा होता है तब से ही उसके माता पिता या अन्य परिजन उसके भविष्य को लेकर चिंतित होने लगते हैं.उनका सपना होता है कि उनका बच्चा पढ़ लिख कर एक बहुत बड़ा अफसर बने या एक सफल इंसान बने, जिसके पास पैसा, पॉवर, लक्ज़री सब हो. बच्चा भी पढ़ने लिखने में बहुत अच्छा होता है, बचपन से ही वह पढ़ाई में बहुत अच्छा होता है अक्सर स्कूल भी टॉप करता है इससे उसके माँ बाप के सपने और मजबूत हो जाते हैं.

जब वह बच्चा बड़ा हो जाता है तो उसके ऊपर खुद के अलावा परिजनों एवं सम्बन्धियों का भी प्रेशर होता है.उसके मन में भी आईएएस की परीक्षा पास करने के विचार आते हैं और वह सिद्दत से जुट जाता है. कई अटेम्पट के बाद भी उसको सफलता नहीं मिलती है उसका कारण उस जातक की जन्मकुंडली होती है. उसकी कुंडली में कुछ ऐसे योग होते हैं जो उसे आईएएस बनने में सफल नहीं होने देते. वहीं दूसरी ओर कुछ जातक ऐसे होते हैं जिनका एक दो बार में ही आईएएस का एग्जाम निकल जाता है.

मंगल” और “सूर्य” को प्रशासनिक पद या प्रशासनिक अधिकारों का कारक ग्रह माना गया है. देव गुरु बृहस्पति भी जातक की कुंडली में इनके सहायक की भूमिका निभाते हैं.अतः किसी भी जातक की कुंडली में प्रशासनिक अफसर बनने के लिए मंगल, सूर्य और बृहस्पति की मजबूती आवश्यक है.

जन्मकुंडली में आईएएस बनने के विशेष योग

1- कुंडली में यदि मंगल स्व या उच्च राशि (मेष, वृश्चिक, मकर) में शुभ स्थान में हो तो आईपीएस में सफलता देता है. मंगल बली होकर दशम भाव में स्थित हो या मंगल की दशम भाव पर दृष्टि हो तो आईपीएस का योग बनता है.

2- मंगल यदि बली होकर शनि से पाचवे या नवे भाव में हो तो भी आईपीएस बनने का योग बनता है।

3- सूर्य स्व, उच्च राशि (सिंह, मेष) में होकर शुभ स्थानों में हो तो उच्च प्रशासनिक सेवा में जाने का योग बनाता है.

4- यदि सूर्य मंगल का योग मेष राशि में हो तो आईपीएस अधिकारी बनने में सफलता मिलती है।

5- सूर्य का दशम भाव में होना या दशम भाव को देखना भी प्रसासनिक सेवा का अवसर देता है.

6- सूर्य और बृहस्पति का योग शुभ स्थान में हो और मंगल शुभ भाव में बली होने पर भी आईएएस में सफलता मिलती है।

7- सूर्य और बृहस्पति का योग लग्न में होना भी प्रशासनिक सेवा का अवसर देता है.

8- बृहस्पति यदि स्व उच्च राशि (धनु, मीन, कर्क) में होकर केंद्र त्रिकोण में हो और सूर्य भी शुभ स्थिति में हो तो आईएएस में सफलता दिलाता है.

यह भी पढ़ें: निर्धन को भी करोड़पति बना देता है यह राजयोग, क्या आपकी कुंडली में यह है? इन उपायों से करें सक्रिय

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion


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