Monday, October 21, 2024
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गलत दिशा में बनी है घर की सीढ़ी, धन हानि, दुर्घटना का हो सकते हैं शिकार, जानें वास्तु के नियम

वास्तु आज के समय में जीवन का बहुत आवश्यक अंग है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति अपना घर अब नक़्शे के आधार पर बनवाना चाहता है. लेकिन फिर भी उसके निर्माण में कहीं ना कहीं वास्तु अनुसार त्रुटियां हो जाती हैं, जिसकी वजह से उसके घर में भयानक रुप से नेगेटिव एनर्जी प्रवेश कर जाती है और वहां कलेश, बीमारी, कर्जा, व्यापार में हानि आदि जैसी समस्याएं एकदम आम हो जाती हैं. सीढ़ियों का वास्तु दोष भी कई परेशानी खड़ी कर सकता है.

घर के अंदर सीढ़ियां भी इसका महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. वास्तु-अनुरूप घर बनाने पर विचार करते समय सीढ़ियों के लिए भी वास्तु का ध्यान रखना चाहिए क्योंकि यही सीढ़ियां आमतौर पर घर में एक मंजिल से दूसरे मंजिल को जोड़ने का कार्य करती हैं. वास्तु के अनुसार सीढ़ी का निर्माण किस दिशा में होना चाहिए? उसके लिए जानकारी होना परम आवश्यक है. घर बनाते समय वास्तु के अनुसार बनी सीढ़ी लाभकारी होती हैं और इससे घर में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है, इससे घर में रह रहे लोगों के स्वास्थ्य में लाभ रहता है. जीवन में इंसान उलझता नहीं है.

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सीढ़ियों के वास्तु दोष का दुष्प्रभाव
यदि आपके घर की सीढ़ियों से जुड़ा वास्तु दोष होगा तो आपके पास पैसा रुकेगा नहीं. हमेशा धन का संकट बना रह सकता है. इतना ही नहीं, उस घर में रहने वाले सदस्यों के साथ दुर्घटनाएं तक हो सकती हैं. आपको काम में सफलता मिलने में कई अड़चनों का सामना करना पड़ सकता हैं, वहीं बिजनेस करने वालों को तरक्की करने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ सकते हैं. व्यापार में घाटा तक हो सकता है. ​

इस दिशा में बनाएं सीढ़ियां
वास्तु के अनुसार सीढ़ी बनाने के लिए घर की दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम दिशा सबसे अच्छी मानी जाती है. कोशिश करें कि दक्षिण-पश्चिम में सीढ़ी ज्यादा रखें. इसके अलावा वास्तु शास्त्र में अलग अलग दिशा के मुख्य द्वार के लिए अलग-अलग दिशाओं में सीढ़ी का निर्माण करना बताया है.

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घर की दिशा के अनुसार सीढ़ी
1. यदि मुख्य द्वार पूर्व मुखी है तो सीढ़ी दक्षिण-पश्चिम दिशा में बनानी चाहिए.
2. यदि मुख्य द्वार उत्तर मुखी है तो सीढ़ी दक्षिण-पश्चिम में बनानी चाहिए.
3. यदि मुख्य द्वार पश्चिम मुखी है तो सीढ़ी दक्षिण-पश्चिम में बनानी चाहिए.
4. यदि मुख्य द्वार दक्षिण मुखी है तो सीढ़ी दक्षिण/दक्षिण-पूर्व में बनानी चाहिए.

सीढ़ी बनाते समय रखें इन बातों का ध्यान
1- सीढ़ी चढ़ते समय आपका मुंह दक्षिण दिशा की तरफ होना चाहिए.
2- सीढ़ीयों पर चढ़ते हुए दिशा एंटी क्लॉक वाइज होनी चाहिए.
3- सीढ़ियों के अंत में रसोई, पूजा घर, स्टोर रूम नहीं होने चाहिए.
4- सीढ़ियों के नीचे बाथरूम, किचन, टॉयलेट आदि नहीं होने चाहिए.

Tags: Astrology, Dharma Aastha, Vastu tips


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