पुखराज रत्न ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है.पुखराज विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है.
Verity Of Topaz : ज्योतिष शास्त्र में इंसान की कुंडली देखकर उसके जीवन में आने वाली समस्याओं से छुटकारा दिलाने के कई उपाय बताए जाते हैं. कुछ उपाय के तौर पर रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है. इनमें पुखराज भी एक प्रकार का रत्न है जो ज्योतिष में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. यह रत्न बृहस्पति ग्रह का प्रतीक है और इसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है, जैसे कि ज्ञान, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति के लिए. पुखराज विभिन्न रंगों में उपलब्ध होता है. आइए जानते हैं इस बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
पुखराज 5 रंगों में मिलता है
1. हल्का पीला
2. गहरा पीला
3. नारंगी
4. लाल-नारंगी
5. हरा
यह भी पढ़ें – सबसे बुरे माने जाते हैं ये 4 सपने, इनका दिखना अप्रिय घटना के संकेत, रावण ने भी मृत्यु से पहले देखा था ऐसा स्वप्न!
रत्न शास्त्र के अनुसार, पुखराज के रंग के अनुसार इसका प्रभाव पड़ता है. आइए जानते हैं कुछ रंगों के अनुसार पुखराज से होने वाले लाभ.
1. हल्का पीला पुखराज
अगर आप हल्का पीले रंग का पुखराज धारण करते हैं तो आपके ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि, सुख, आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है.
2. गहरा पीला पुखराज
गहरा पीला पुखराज धारण करने पर आपको आर्थिक लाभ, समृद्धि, सामाजिक प्रतिष्ठा, मान्यता, आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है.
3. नारंगी पुखराज
वहीं नारंगी पुखराज पहनने से ऊर्जा, स्वास्थ्य में वृद्धि, ज्ञान, बुद्धि में वृद्धि, आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है
4. लाल-नारंगी पुखराज
अगर आप लाल-नारंगी पुखराज धारण करते हैं तो प्रेम संबंधों में सुधार होता है, आर्थिक लाभ, समृद्धि, आत्मविश्वास और साहस में वृद्धि होती है.
5. हरा पुखराज
जो व्यक्ति हरा पुखराज धारण करते हैं उन्हें स्वास्थ्य, ऊर्जा में वृद्धि, ज्ञान, बुद्धि में वृद्धि के साथ आत्मविश्वास और साहस में भी वृद्धि होती है.
यह भी पढ़ें – नाक में क्यों नहीं पहनते चांदी की नथ? किस ग्रह से है इसका संबंध, जानें ज्योतिष कारण
पुखराज धारण करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखें
– पुखराज को सोने की अंगूठी में जड़वाएं.
– पुखराज को गुरुवार के दिन धारण करें.
– इस रत्न को धारण करने से पहले इसकी गंगा जल से शुद्धि करें.
– पुखराज को धारण करने के बाद इसकी पूजा करें.
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : November 14, 2024, 09:22 IST