Saturday, November 16, 2024
HomeReligionकब है जितिया, एकादशी, सूर्य ग्रहण, सर्व पितृ अमावस्या, शारदीय नवरात्रि? देखें...

कब है जितिया, एकादशी, सूर्य ग्रहण, सर्व पितृ अमावस्या, शारदीय नवरात्रि? देखें अश्विन माह के व्रत-त्योहार

हिंदी कैलेंडर का सातवां महीना अश्विन का प्रारंभ 19 सितंबर गुरुवार से होने जा रहा है. अश्विन माह को क्वार भी कहते हैं. इसमें भगवान विष्णु के पद्मनाभ स्वरूप, मां दुर्गा और पितरों की विशेष पूजा की जाती है. इस साल अश्विन माह के पहले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग, वृद्धि योग और ध्रुव योग बन रहा है, उत्तर भाद्रपद और रेवती नक्षत्र है. इसके अलावा उस दिन राज पंचक भी है. अश्विन माह में पितृ पक्ष, जितिया, एकादशी, प्रदोष, सर्व पितृ अमावस्या, शरद पूर्णिमा जैसे व्रत और पर्व आने वाले हैं. इसके अलावा अश्विन माह के शुक्ल पक्ष में शारदीय नवरात्रि आएगी, जिसमें मां दुर्गा के 9 स्वरूपों की पूजा होती है. इसमें ही बंगाल की विश्व प्रसिद्ध दुर्गा पूजा भी मनाई जाती है. नवरात्रि के अंतिम दिन दशहरा या विजयादशमी का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन शस्त्र पूजा करने का विधान है. इस माह में साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लगेगा. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं अश्विन माह के प्रमुख व्रत और त्योहारों के बारे में.

अश्विन माह 2024 का प्रारंभ और समापन
पंचांग के अनुसार, अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि का प्रारंभ 18 सितंबर बुधवार को सुबह 08:04 बजे से हुआ है. ​यह तिथि 19 सितंबर गुरुवार को सुबह 04:19 बजे तक है. उसके बाद से द्वितीया ति​थि शुरू हो रही है.

उदयातिथि के अनुसार, माह का प्रारंभ प्रतिपदा तिथि से होना चाहिए. लेकिन अश्विन कृष्ण प्रतिपदा तिथि का लोप हो रहा है, इस वजह से इस साल अश्विन माह का प्रारंभ द्वितीया तिथि को 19 सितंबर से है. इस माह का समापन 17 अक्टूबर गुरुवार को होगा.

यह भी पढ़ें: पितृ पक्ष में जरूर करें यह पाठ, आपके पितर होंगे खुश, पूरे परिवार की होगी उन्नति

अश्विन माह 2024 व्रत और त्योहार
19 सितंबर, गुरुवार: अश्विन माह प्रारंभ, द्वितीया ति​​थि
21 सितंबर, शनिवार: संकष्टी चतुर्थी
25 सितंबर, बुधवार: जितिया व्रत या जीवित्पुत्रिका व्रत, नवमी श्राद्ध
28 सितंबर, शनिवार: इंदिरा एकादशी, एकादशी श्राद्ध
29 सितंबर, रविवार: रवि प्रदोष व्रत

30 सितंबर, सोमवार: मासिक शिवरात्रि
2 अक्टूबर, बुधवार: सूर्य ग्रहण, सर्व पितृ अमावस्या, आश्विन अमावस्या
3 अक्टूबर, गुरुवार: शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ, कलश स्थापना, मां शैलपुत्री पूजा
9 अक्टूबर, बुधवार: दुर्गा पूजा का शुभारंभ, महा सप्तमी
10 अक्टूबर, गुरुवार: नवपत्रिका पूजा

यह भी पढ़ें: इस साल घर में हुआ है कोई मांगलिक कार्य, तो पितरों को तर्पण दें या नहीं? जानें क्या कहता है शास्त्र

11 अक्टूबर, शुक्रवार: दुर्गा अष्टमी, कन्या पूजा, महा नवमी
12 अक्टूबर, शनिवार: दशहरा या विजयादशमी, नवरात्रि का हवन, पारण
13 अक्टूबर, रविवार: दुर्गा विसर्जन
14 अक्टूबर, सोमवार: पापांकुशा एकादशी
15 अक्टूबर, मंगलवार: भौम प्रदोष व्रत
17 अक्टूबर, गुरुवार: शरद पूर्णिमा, अश्विन पूर्णिमा व्रत, स्नान-दान, तुला संक्रांति

Tags: Dharma Aastha, Navratri festival, Pitru Paksha, Religion


Home

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular