हिंदू कैलेंडर के अनुसार, आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को आषाढ़ पूर्णिमा मनाई जाएगी. आषाढ़ पूर्णिमा के दिन व्रत रखते हैं, स्नान के बाद दान करते हैं और सत्यनारायण भगवान की पूजा करते हैं. पूर्णिमा का व्रत उस दिन रखते हैं, जिस दिन पूर्णिमा तिथि में चंद्रोदय हो रहा हो, जबकि स्नान और दान पूर्णिमा तिथि में सूर्योदय को आधार मानकर किया जाता है. पूर्णिमा को प्रदोष काल में माता लक्ष्मी और चंद्रमा की पूजा करने का विधान है, इससे जीवन में धन, वैभव, सुख और समृद्धि आती है. तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. कृष्ण कुमार भार्गव से जानते हैं कि आषाढ़ पूर्णिमा कब है? आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत और स्नान-दान किस दिन है? आषाढ़ पूर्णिमा का चंद्रोदय कब होगा? आइए जानते हैं इन सवालों के जवाब.
किस दिन है आषाढ़ पूर्णिमा 2024?
पंचांग के अनुसार, इस साल आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 20 जुलाई शनिवार को शाम 05 बजकर 59 मिनट से प्रारंभ होगी. इस तिथि का समापन 21 जुलाई रविवार को दोपहर 3 बजकर 46 मिनट पर होगा. उदयातिथि के आधार पर आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई को है.
ये भी पढ़ें: वृषभ में होगा मंगल गोचर, 5 राशिवालों की चमकेगी किस्मत, लेकिन इन लोगों को मिलेगी सरकारी नौकरी!
आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत कब है?
इस साल आषाढ़ पूर्णिमा का व्रत 20 जुलाई को रखा जाएगा क्योंकि पूर्णिमा का चंद्रदोय उस शाम ही होगी. 21 जुलाई को चंद्रोदय सावन के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि में हो रहा है.
आषाढ़ पूर्णिमा 2024 चंद्रोदय
20 जुलाई को आषाढ़ पूर्णिमा का चंद्रोदय शाम 6 बजकर 47 मिनट पर होगा. जो लोग व्रत रखेंगे, वे चंद्रोदय होने के बाद चंद्रमा की पूजा करें और अर्घ्य दें. ऐसा करने से कुंडली का चंद्र दोष दूर होता है. चंद्रमा को कच्चे दूध, सफेद फूल और अक्षत् से अर्घ्य देना चाहिए.
आषाढ़ पूर्णिमा 2024 स्नान और दान
इस साल आषाढ़ पूर्णिमा का स्नान और दान 21 जुलाई रविवार को होगा. उस दिन आप ब्रह्म मुहूर्त से स्नान और दान का कार्य कर सकते हैं. उस दिन आप स्नान और दान सुबह 05:37 ए एम से करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा.
ये भी पढ़ें: जुलाई में 4 बड़े ग्रहों का गोचर, इन 4 राशिवालों की लाइफ कर देगा सेट, होंगे ये बदलाव!
सर्वार्थ सिद्धि योग में है आषाढ़ पूर्णिमा
इस बार की आषाढ़ पूर्णिमा सर्वार्थ सिद्धि योग में है. आषाढ़ पूर्णिमा वाले दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 5 बजकर 37 मिनट से अगले दिन 22 जुलाई को 12 बजकर 14 ए एम तक है. उस दिन उत्तराषाढ़ नद्वात्र सुबह से लेकर देर रात 12 बजकर 14 मिनट तक है. प्रीति योग का प्रारंभ 09:11 पी एम से होगा.
Tags: Dharma Aastha, Religion
FIRST PUBLISHED : July 6, 2024, 14:09 IST