Apara Ekadashi 2024: सनातन धर्म में एकादशी तिथि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा और व्रत किया जाता है. ऐसी मान्यता है कि एकादशी तिथि पर विष्णु जी की उपासना करने से जीवन के सभी दुखों का नाश होता है और सुख- सौभाग्य की प्राप्ति होती है. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता है. इस साल अपरा एकादशी व्रत 02 जून को किया जाएगा. अपरा एकादशी के दिन कुछ कार्यों को करने से साधक को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और भगवान विष्णु नाराज हो सकते हैं, आइये जानते हैं अपरा एकादशी के दिन किन कार्यों को करने से बचना चाहिए-
अपरा एकादशी के दिन ना करें ये कार्य
- अपरा एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए.
- एकादशी तिथि के दिन नाखून या बाल नहीं कटवाने चाहिए.
- अपरा एकादशी व्रत में शैंपू, तेल और साबुन का प्रयोग करने से बचना चाहिए.
- अपरा एकादशी व्रत में किसी इंसान के प्रति मन में गलत भावना नहीं रखनी चाहिए.
- जो व्यक्ति एकादशी उपवास रखता है, उसे एकादशी तिथि पूरी होने तक सोना नहीं चाहिए.
- अपरा एकादशी व्रत से एक दिन पहले प्याज-लहसुन का सेवन नहीं करना चाहिए.
एकादशी तिथि के दिन क्रोधित नहीं होना चाहिए?
एकादशी तिथि का दिन भगवान विष्णु को समर्पित है. यह दिन भगवान विष्णु की आराधना का होता है. इस दिन सिर्फ भगवान का गुणगान करना चाहिए. एकादशी के दिन गुस्सा नहीं करना चाहिए और वाद-विवाद से दूर रहना चाहिए.
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एकादशी तिथि के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए?
अपरा एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए, इसके साथ ही शारीरिक संबंध से परहेज करना चाहिए. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए. इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है.
एकादशी तिथि के दिन किसी का अपमान नहीं करना चाहिए?
अपरा एकादशी के दिन किसी भी वरिष्ठजन का अपमान भूलकर भी नहीं करना चाहिए, जो व्यक्ति इस दिन अपने से बड़ों का सम्मान नहीं करते हैं, उन्हें जीवन में कई तरहों की समस्याओं का सामना करना पड़ता है.
एकादशी तिथि के दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए?
अपरा एकादशी के दिन तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए. इस दिन ऐसा करने से जीवन में तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन व्रत करना चाहिए. अगर आप व्रत नहीं करते हैं तो एकादशी के दिन सात्विक भोजन का ही सेवन करें.