US-India relations: अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में आयोजित होने वाले इंडिया डे परेड में राम मंदिर को दर्शाने वाली एक झांकी ने नए विवाद को खड़ा कर दिया है. दरअसल इस झांकी का कार्निवल फ्लोट कराया जाना है, जिसमें हिंदू देवता भगवान राम का मंदिर दिखाने की योजना है. इसे लेकर अमेरिका के मुस्लिम संगठनों ने नाराजगी जताई है. इसे एंटी मुस्लिम बता कर न्यूयॉर्क के मेयर को एक चिट्ठी भी लिखी गई है जिसमें मंदिर तैराने की योजना को हटाने की बात कही गई है.
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क्या है अयोध्या राम मंदिर का इतिहास
अयोध्या राम मंदिर का उद्घाटन इसी साल हुआ है, लेकिन यह राम मंदिर स्थल लंबे समय से विवादास्पद रहा है. 1990 के दशक की शुरूवात में यहां मौजूद मस्जिद को तोड़ दिया गया था. इससे बहुत पहले मुस्लिम मुगलों ने 1528 में बाबरी मस्जिद बनाने के लिए वहां एक मंदिर को गिरा दिया था. हिंदुओं का कहना था कि यह राम लला की जन्मभूमि है जिसे तोड़कर मस्जिद बनाया गया है. अपने अपने तर्कों के साथ यह स्थान लंबे समय से हिंदू और मुसलमानों के बीच विवाद का कारण रहा है.
अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का एक अभ्यास
अमेरिका में झांकी का आयोजन करने वाले विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका ने कहा है कि यह एक हिंदू पूजा स्थल का प्रतिधिनित्व करती है. इसका उद्देश्य भारतीय और हिंदू पहचान को एक महत्वपूर्ण हिस्से के रूप में देखना है. वहीं हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन ने कहा है कि यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का एक अभ्यास है. अगर कोई इसमें नफरत को बढ़ावा दे रहा है तो उसे ऐसा नहीं करना चाहिए.
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