आज का पंचांग, 8 सितंबर 2024: ऋषि पंचमी के दिन रवि योग बन रहा है. इस दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि, स्वाति नक्षत्र, इंद्र योग, बव करण, पश्चिम का दिशाशूल और तुला राशि का चंद्रमा है. ऋषि पंचमी के दिन सप्त ऋषियों की पूजा करते हैं. इससे घर में सुख और समृद्धि आती है. वहीं जो महिलाएं ऋषि पंचमी के दिन व्रत और पूजा करती हैं, उनको रजस्वला समय में जाने-अनजाने में किए गए दोषों से मुक्ति मिल जाती है. ऋषि पंचमी को भाई पंचमी और गुरु पंचमी भी कहा जाता है. इस दिन बहनें अपने भाइयों को रक्षासूत्र बांधती हैं.
तिरुपति के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र के अनुसार, रविवार के दिन भगवान भास्कर की पूजा करने और अर्घ्य देने से कुंडली में सूर्य ग्रह मजबूत होता है. यदि आप रविवार व्रत करते हैं तो आपको नमक नहीं खाना चाहिए. इस दिन मीठा भोजन करने का विधान है. सूर्य देव को पूजा में लाल चंदन और लाल फूल जरूर अर्पित करना चाहिए. कुंडली के सूर्य दोष को दूर करने के लिए आप रविवार को गुड़, लाल फूल, लाल चंदन, लाल कपड़ा, मूंगा आदि का दान कर सकते हैं. इससे आपको लाभ हो सकता है. सूर्य का प्रिय रत्न माणिक्य है. माणिक्य धारण करने से भी सूर्य दोष दूर हो सकता है. वैदिक पंचांग से जानते हैं ऋषि पंचमी के मुहूर्त, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
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आज का पंचांग, 8 सितंबर 2024
आज की तिथि- पंचमी – 07:58 पी एम तक, फिर षष्ठी
आज का नक्षत्र- स्वाति – 03:31 पी एम तक, उसके बाद विशाखा
आज का करण- बव – 06:50 ए एम तक, बालव – 07:58 पी एम तक, फिर कौलव
आज का योग- इन्द्र – 12:05 ए एम, 9 सितंबर, उसके बाद वैधृति
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि- तुला
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:03 ए एम
सूर्यास्त- 06:34 पी एम
चन्द्रोदय- 10:25 ए एम
चन्द्रास्त- 09:16 पी एम
ऋषि पंचमी 2024 मुहूर्त और योग
ब्रह्म मुहूर्त: 04:31 ए एम से 05:17 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:53 ए एम से 12:43 पी एम
रवि योग: 03:31 पी एम से 06:03 ए एम, 9 सितंबर
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अशुभ समय
राहुकाल- 05:00 पी एम से 06:34 पी एम
गुलिक काल- 03:26 पी एम से 05:00 पी एम
दिशाशूल- पश्चिम
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
कैलाश पर – 07:58 पी एम तक, फिर नन्दी पर.
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FIRST PUBLISHED : September 7, 2024, 19:03 IST