आज का पंचांग 4 अगस्त 2024: हरियाली अमावस्या का पावन पर्व रविवार को रवि पुष्य योग में है. इसे सावन अमावस्या भी कहते हैं. इस दिन पौधे लगाने से पुण्य मिलता है. यह समय पौधारोपण के लिए बहुत अच्छा होता है. हरियाली अमावस्या को सावन माह के कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि, पुष्य नक्षत्र, सिद्धि योग, नाग करण, पश्चिम का दिशाशूल, रविवार दिन और कर्क राशि में चंद्रमा है. हरियाली अमावस्या यानि सावन अमावस्या के दिन स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है. इस अवसर पर पितरों का जल से तर्पण करने पर वे खुश होते हैं और उन्नति का आशीर्वाद देते हैं. अमावस्या के दिन सूर्यास्त के बाद अंधेरा होने पर दक्षिण दिशा में पितरों के लिए दीपक जलाएं. इससे उनके मार्ग में अंधेरा नहीं होता है. अमावस्या पर आप पिंडदान, त्रिपिंडी श्राद्ध, तर्पण, दान आदि करके पितृ दोष से मुक्ति पा सकते हैं.
हरियाली अमावस्या पर बने रवि पुष्य योग में आप प्लॉट, जमीन, वाहन, मकान, दुकान आदि की खरीदारी कर सकते हैं. इस दिन इन वस्तुओं को खरीदना स्थाई रहता है. इससे आपके धन और संपत्ति में वृद्धि होती है. माता लक्ष्मी भी आप पर खुश होती हैं. इस दिन रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 05:44 ए एम से ही बन जाएंगे. हरियाली अमावस्या पर आप अपनी राशि के अनुसार शुभ पौधों को भी लगा सकते हैं या ग्रहों को मजबूत करने के लिए उनसे जुड़े पौधों को लगा सकते हैं. रविवार के दिन सूर्य देव की पूजा करने और व्रत रखने से सूर्य दोष दूर होता है. रविवार को लाल चंदन, लाल कपड़ा, लाल फूल, गुड़, तांबे के बर्तन आदि का दान करने से सूर्य मजबूत होता है. वैदिक पंचांग से जानते हैं हरियाली अमावस्या का मुहूर्त, अशुभ समय, राहुकाल, दिशाशूल, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त के बारे में.
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आज का पंचांग, 4 अगस्त 2024
आज की तिथि- अमावस्या – 04:42 पी एम तक, उसके बाद प्रतिपदा
आज का नक्षत्र- पुष्य – 01:26 पी एम तक, फिर अश्लेषा
आज का करण- नाग – 04:42 पी एम तक, किंस्तुघ्न – 05:19 ए एम, अगस्त 05 तक, उसके बाद बव
आज का योग- सिद्धि – 10:38 ए एम तक, फिर व्यतीपात
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि- कर्क
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:44 ए एम
सूर्यास्त- 07:10 पी एम
चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं
चन्द्रास्त- 07:25 पी एम
हरियाली अमावस्या के मुहूर्त और योग
ब्रह्म मुहूर्त: 04:20 ए एम से 05:02 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 12:00 पी एम से 12:54 पी एम
सर्वार्थ सिद्धि योग: 05:44 ए एम से 01:26 पी एम
रवि पुष्य योग: 05:44 ए एम से 01:26 पी एम
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अशुभ समय
राहुकाल- 05:29 पी एम से 07:10 पी एम
गुलिक काल- 03:48 पी एम से 05:29 पी एम
दिशाशूल- पश्चिम
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
गौरी के साथ – 04:42 पी एम तक, उसके बाद श्मशान में
Tags: Astrology, Dharma Aastha, Sawan Month
FIRST PUBLISHED : August 3, 2024, 18:42 IST