आज का पंचांग 30 मई 2024: ज्येष्ठ माह का कालाष्टमी व्रत 30 मई को है. उस रोज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की सप्तमी तिथि, धनिष्ठा नक्षत्र, वैधृति योग, बव करण, दक्षिण का दिशाशूल और दिन गुरुवार है. अष्टमी तिथि 11:43 ए एम से लग रही है और पूरे दिन पंचक लगा रहेगा. हालांकि यह पंचक बुधवार से शुरू हुआ है, इसलिए यह अशुभ प्रभाव वाला नहीं है. रवि योग में कालाष्टमी और गुरुवार व्रत है. कालाष्टमी व्रत में रुद्रावतार काल भैरव की पूजा करते हैं. यह दिन तंत्र और मंत्र की साधना के लिए अच्छा माना जाता है. यदि आपकी कुंडली में ग्रह दोष हैं तो आपको कालाष्टमी व्रत रखकर काल भैरव की पूजा करनी चाहिए. इससे ग्रहों के दोष भी दूर हो सकते हैं.
कालाष्टमी व्रत के साथ गुरुवार व्रत भी है. गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा पीले फूल, हल्दी, अक्षत्, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, धूप, दीप, गुड़, चने की दाल आदि से करनी चाहिए. पूजा के समय विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्रनाम और गुरुवार व्रत की कथा पढ़नी चाहिए. गुरुवार के दिन हल्दी, पीले वस्त्र, केसर, धार्मिक पुस्तकें आदि का दान करना चाहिए. इससे गुरु दोष दूर होता है. गुरुवार के दिन अपने गुरु की सेवा करें. उनका आशीर्वाद प्राप्त करें. घर के वरिष्ठ जनों के प्रति आदर भाव रखें. आपका गुरु ग्रह मजबूत होगा. पंचांग से जानते हैं कालाष्टमी के दिन के शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
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आज का पंचांग, 30 मई 2024
आज की तिथि- सप्तमी – 11:43 ए एम तक, फिर अष्टमी तिथि
आज का नक्षत्र- धनिष्ठा – 07:31 ए एम तक, उसके बाद शतभिषा
आज का करण- बव – 11:43 ए एम तक, बालव – 10:42 पी एम तक, फिर कौलव
आज का योग- वैधृति – 08:53 पी एम तक, उसके बाद विष्कम्भ
रवि योग: 05:24 ए एम से 07:31 ए एम
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- कुम्भ
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:24 ए एम
सूर्यास्त- 07:14 पी एम
चन्द्रोदय- 01:03 ए एम, 31 मई
चन्द्रास्त- 11:44 ए एम
अभिजीत मुहूर्त- 11:51 ए एम से 12:47 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:03 ए एम से 04:43 ए एम
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अशुभ समय
राहुकाल- 02:03 पी एम से 03:46 पी एम
गुलिक काल- 08:51 ए एम से 10:35 ए एम
दिशाशूल- दक्षिण
पंचक- पूरे दिन
शिववास
श्मशान में – 11:43 ए एम तक, उसके बाद मां गौरी के साथ
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FIRST PUBLISHED : May 29, 2024, 18:31 IST