आज का पंचांग, 25 सितंबर 2024: पितृ पक्ष का अष्टमी श्राद्ध बुधवार को है. इस दिन अश्विन कृष्ण अष्टमी तिथि, आर्द्रा नक्षत्र, वरीयान योग, कौलव करण, उत्तर का दिशाशूल और मिथुन राशि में चंद्रमा है. अष्टमी श्राद्ध करने से सभी प्रकार की सिद्धियों और समृद्धि की प्राप्ति होती है. अष्टमी श्राद्ध के दिन उन पितरों का तर्पण, पिंडदान आदि किया जाता है, जिनका निधन किसी भी माह की अष्टमी तिथि को हुआ होता है. इस दिन जितिया व्रत भी है, जो जीवित्पुत्रिका व्रत के नाम से भी प्रसिद्ध है. इसमें माताएं निर्जला व्रत रखकर गंधर्व राजा जीमूतवाहन की पूजा करती हैं. इस व्रत के पुण्य फल से संतान सुरक्षित रहती है और उसका जीवन सुख, समृद्धि वाला होता है. यह व्रत अष्टमी के सूर्योदय से शुरू होता है और नवमी के सूर्योदय तक चलता है. उसके बाद पारण करके व्रत को पूरा करते हैं.
बुधवार के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने का विधान है. गणपति बप्पा के आशीर्वाद से संकट दूर होते हैं और कार्य सफल होते हैं. वे शुभता के प्रतीक हैं, उनकी कृपा से व्यक्ति को शुभ फल की प्राप्ति होती है. गणेश जी को पूजा में गेंदे का फूल, माला, सिंदूर, अक्षत्, हल्दी, मोदक, दूर्वा आदि अर्पित करें. यदि मोदक नहीं है तो लड्डू का भोग लगा सकते हैं. गणेश जी के मंत्र ओम गं गणपतये नमो नमः का जाप करें. इससे आपकी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं. बुधवार व्रत और गणेश पूजन से कुंडली का बुध दोष भी दूर हो सकता है. वैसे आप चाहें तो बुध के बीज मंत्र का जाप कर सकते हैं. हरे रंग के कपड़े, फल, सब्जी, गाय को चारा आदि दान कर सकते हैं. इससे भी बुध ग्रह मजबूत होता है. आज के पंचांग से जानते हैं शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
आज का पंचांग, 25 सितंबर 2024
आज की तिथि- अष्टमी – 12:10 पी एम तक, फिर नवमी
आज का नक्षत्र- आर्द्रा – 10:23 पी एम तक, उसके बाद पुनर्वसु
आज का करण- कौलव – 12:10 पी एम तक, तैतिल – 12:12 ए एम, 26 सितंबर तक, फिर गर
आज का योग- वरीयान् – 12:18 ए एम, सितम्बर 26 तक, उसके बाद परिघ
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- बुधवार
चंद्र राशि- मिथुन
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:11 ए एम
सूर्यास्त- 06:14 पी एम
चन्द्रोदय- 12:02 ए एम, 26 सितंबर
चन्द्रास्त- 01:55 पी एम
पितृ पक्ष 2024 अष्टमी श्राद्ध
समय: 11:30 बजे से दोपहर 03:30 बजे तक
जितिया व्रत 2024 मुहूर्त
पूजा का समय: दोपहर 03:30 बजे से शाम 5:00 बजे तक
व्रत का पारण: गुरुवार, सुबह 06:12 बजे से
आज का शुभ मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:36 ए एम से 05:23 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं
विजय मुहूर्त: 02:13 पी एम से 03:01 पी एम
अशुभ समय
राहुकाल- 12:12 पी एम से 01:43 पी एम
गुलिक काल- 10:42 ए एम से 12:12 पी एम
दिशाशूल- उत्तर
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
गौरी के साथ – 12:10 पी एम तक, उसके बाद सभा में.
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FIRST PUBLISHED : September 24, 2024, 19:02 IST