आज का पंचांग 16 अगस्त 2024: सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत शुक्रवार को है. दोपहर से प्रीति योग बन रहा है. एकादशी पर विष्णु पूजा के साथ लक्ष्मी पूजा का भी सुंदर संयोग बना है. उस दिन सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि, मूल नक्षत्र, विष्कम्भ योग, विष्टि करण, पश्चिम का दिशाशूल, शुक्रवार दिन और धनु राशि में चंद्रमा है. सावन पुत्रदा एकादशी को सुबह में स्नान के बाद साफ कपड़े पहनें और व्रत एवं पूजा का संकल्प लें. उसके बाद शुभ मुहूर्त में भगवान विष्णु की पूजा करें. उनको पंचामृत, तुलसी के पत्ते, हल्दी, अक्षत्, फूल, फल, गुड़ आदि अर्पित करें. फिर विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा और सावन पुत्रदा एकादशी व्रत कथा का पाठ करें. साथ में माता लक्ष्मी की भी पूजा करें. उनको लाल पुष्प, कमलगट्टा, बताशे, खीर, दूध से बनी सफेद मिठाई आदि चढ़ाएं. लक्ष्मी नारायण की पूजा करने से आपका वैवाहिक जीवन सुखमय होगा और वह सुख-समृद्धि से भर सकता है. एकादशी व्रत विधि विधान से करने पर संतान की प्राप्ति होती है और संतान का जीवन खुशहाल होता है.
सावन पुत्रदा एकादशी के दिन भद्रा भी लग रही है, लेकिन भद्रा का वास पाताल लोक में है. एकादशी पर भद्रा सुबह 05:51 ए एम से लग रही है. हालांकि इस भद्रा का असर धरती पर नहीं होता है. शुक्रवार के दिन माता लक्ष्मी की पूजा करने और उनसे जुड़े उपायों को करने से धन संकट दूर होगा. जीवन में सुख और समृद्धि आएगी. रात्रि के समय में लक्ष्मी पूजा करके अष्टसिद्धियों को प्राप्त कर सकते हैं. जो लोग शुक्रवार व्रत रखते हैं और शुक्र की पूजा करते हैं, उनकी कुंडली का शुक्र दोष दूर होता है. शुक्र के मजबूत होने से सभी प्रकार के सुख और वैभव प्राप्त हो सकते हैं. आज के पंचांग से जानते हैं सावन पुत्रदा एकादशी का मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, भद्रा, राहुकाल, दिशाशूल आदि के बारे में.
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आज का पंचांग, 16 अगस्त 2024
आज की तिथि- 09:39 ए एम तक, फिर द्वादशी
आज का नक्षत्र- मूल – 12:44 पी एम तक, उसके बाद पूर्वाषाढा
आज का करण- विष्टि – 09:39 ए एम तक, बव – 08:58 पी एम तक, फिर बालव
आज का योग- विष्कम्भ – 01:12 पी एम तक, उसके बाद प्रीति
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- शुक्रवार
चंद्र राशि- धनु
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:51 ए एम
सूर्यास्त- 06:59 पी एम
चन्द्रोदय- 04:32 पी एम
चन्द्रास्त- 02:42 ए एम, 17 अगस्त
सावन पुत्रदा एकादशी मुहूर्त और पारण
ब्रह्म मुहूर्त: 04:24 ए एम से 05:08 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:59 ए एम से 12:51 पी एम
विष्णु पूजा का समय: सूर्योदय के बाद से
पारण समय: 17 अगस्त, 05:51 ए एम से 08:05 ए एम तक
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अशुभ समय
राहुकाल- 10:47 ए एम से 12:25 पी एम
गुलिक काल- 07:29 ए एम से 09:08 ए एम
भद्रा: 05:51 ए एम से 09:39 ए एम
भद्रा का वास: पाताल
दिशाशूल- पश्चिम
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
क्रीड़ा में – 09:39 ए एम तक, फिर कैलाश पर
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FIRST PUBLISHED : August 15, 2024, 19:00 IST