आज का पंचांग, 15 सितंबर 2024: इस बार का रवि प्रदोष व्रत सुकर्मा योग में है. इस दिन भाद्रपद शुक्ल द्वादशी तिथि, श्रवण नक्षत्र, अतिगण्ड योग, बव करण, पश्चिम का दिशाशूल और मकर राशि का चंद्रमा है. शाम को 06:12 बजे से त्रयोदशी तिथि और दोपहर 03:14 बजे से सुकर्मा योग होगा. इस वजह से रवि प्रदोष व्रत की पूजा रविवार को सुकर्मा योग में होगी. रवि प्रदोष व्रत की पूजा का मुहूर्त शाम में 6:26 बजे से है. रवि प्रदोष व्रत और शिव पूजा करने से व्यक्ति की सेहत अच्छी रहती है. उम्र बढ़ती है, सभी प्रकार के कष्ट और दोष मिटते हैं. भोलेनाथ की कृपा से व्यक्ति को धन, संपत्ति, यश, कीर्ति आदि की प्राप्ति होती है. प्रदोष व्रत की पूजा हमेशा शाम के समय में सूर्यास्त के बाद ही करते है. शिव पूजा बेलपत्र, अक्षत्, चंदन, भांग, धतूरा, दूध, शहद, फल, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से करना चाहिए. पूजा के दौरान रवि प्रदोष व्रत की कथा सुनें और शिव आरती करें.
रवि प्रदोष के दिन रविवार व्रत भी है. रविवार को आप सुबह में स्नान के बाद सूर्य देव की पूजा करें. तांबे के लोटे में जल, लाल चंदन, गुड़ और लाल फूल डालकर सूर्य देव को जल चढ़ाएं. उसके बाद सूर्य चालीसा और आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करें. रविवार के दिन व्रत रखने वाले लोगों को नमक नहीं खाना चाहिए. शाम के समय में मीठा भोजन करें. सूर्य देव की कृपा से आपका घर धन और धान्य से भर जाएगा. ऐसा करने से कुंडली का सूर्य दोष भी दूर होगा. रविवार को लाल या नारंगी वस्त्र, लाल फूल, लाल चंदन, तांबे के बर्तन, केसर आदि का दान करने से सूर्य मजबूत होता है. पंचांग से जानते हैं रवि प्रदोष व्रत के दिन का शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय समय, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
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आज का पंचांग, 15 सितंबर 2024
आज की तिथि- द्वादशी – 06:12 पी एम तक, उसके बाद त्रयोदशी
आज का नक्षत्र- श्रवण – 06:49 पी एम तक, फिर धनिष्ठा
आज का करण- बव – 07:31 ए एम तक, बालव – 06:12 पी एम तक, कौलव – 04:44 ए एम, 16 सितंबर तक
आज का योग- अतिगण्ड – 03:14 पी एम तक, फिर सुकर्मा
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि- मकर – 05:44 ए एम, 16 सितंबर, फिर कुंभ
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:06 ए एम
सूर्यास्त- 06:26 पी एम
चन्द्रोदय- 04:47 पी एम
चन्द्रास्त- 03:47 ए एम, 16 सितंबर
रवि प्रदोष व्रत 2024 मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त: 04:33 ए एम से 05:19 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: 11:51 ए एम से 12:41 पी एम
रवि प्रदोष पूजा मुहूर्त: शाम को 6:26 बजे से रात 8:46 बजे तक
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अशुभ समय
राहुकाल- 04:53 पी एम से 06:26 पी एम
गुलिक काल- 03:21 पी एम से 04:53 पी एम
दिशाशूल- पश्चिम
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
कैलाश पर – 06:12 पी एम तक, फिर नन्दी पर.
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FIRST PUBLISHED : September 14, 2024, 19:02 IST