आज का पंचांग, 11 सितंबर 2024: राधा अष्टमी का पावन पर्व 3 शुभ योग में है. राधा अष्टमी के दिन भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि, ज्येष्ठा नक्षत्र, प्रीति योग, विष्टि करण, उत्तर का दिशाशूल और वृश्चिक राशि का चंद्रमा है. राधा अष्टमी के अवसर पर रवि योग, प्रीति योग और आयुष्मान् बन रहे हैं. पौराणिक कथा के अनुसार, श्रीकृष्ण प्रिया राधारानी का जन्म भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को हुआ था, इस वजह से हर साल इस तिथि को राधारानी का जन्मदिन मनाते हैं, जिसे राधा अष्टमी कहते हैं. भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद कृष्ण अष्टमी को हुआ था. उनके जन्मदिन के 15 दिन बाद राधा अष्टमी मनाई जाती है. जो लोग राधा अष्टमी का व्रत रखकर लाडली जी की पूजा करते हैं, उनको भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है. जीवन में सुख और समृद्धि आती है.
इस साल राधा अष्टमी की पूजा का मुहूर्त दिन में 11:03 बजे से है. इस दिन स्वर्ग की भद्रा है, जो सुबह ही 06:04 बजे से लग जाएगी. हालांकि इसका वास स्वर्ग में है तो उसका दुष्प्रभाव धरती पर नहीं होगा. राधा अष्टमी के अलावा बुधवार व्रत भी है. जो लोग व्रत रखकर गणेश जी की पूजा करते हैं, उनके कार्य सफल होते हैं और संकट भी मिट जाते हैं. विघ्नहर्ता गणेश जी सभी दुखों को दूर करते हैं. इस समय गणेश चतुर्थी का उत्सव भी चल रहा है. गणेश पूजा और व्रत से कुंडली का बुध दोष भी दूर होता है. बुधवार को बुध के बीज मंत्र का जाप करें. गाय को हारा चारा खिलाएं. हरे रंग का कपड़ा, कांसे का बर्तन, हरे फल आदि का दान करने से भी बुध ग्रह मजबूत होता है और शुभ फल प्रदान करता है. पंचांग से जानते हैं राधा अष्टमी के मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, भद्रा, राहुकाल, दिशाशूल आदि.
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आज का पंचांग, 11 सितंबर 2024
आज की तिथि- अष्टमी – 11:46 पी एम तक, उसके बाद नवमी
आज का नक्षत्र- ज्येष्ठा – 09:22 पी एम तक, फिर मूल
आज का करण- विष्टि – 11:35 ए एम तक, बव – 11:46 पी एम तक, फिर बालव
आज का योग- प्रीति – 11:55 पी एम तक, उसके बाद आयुष्मान्
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- बुधवार
चंद्र राशि- वृश्चिक – 09:22 पी एम तक, फिर धनु
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:04 ए एम
सूर्यास्त- 06:31 पी एम
चन्द्रोदय- 01:20 पी एम
चन्द्रास्त- 11:26 पी एम
राधा अष्टमी 2024 मुहूर्त और योग
राधा जी की पूजा का मुहूर्त: 11:03 बजे से दोपहर 1:32 बजे तक.
रवि योग: 09:22 पी एम से 06:05 ए एम, 12 सितम्बर
ब्रह्म मुहूर्त: 04:32 ए एम से 05:18 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं
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अशुभ समय
राहुकाल- 12:17 पी एम से 01:51 पी एम
गुलिक काल- 10:44 ए एम से 12:17 पी एम
भद्रा: 06:04 ए एम से 11:35 ए एम
भद्रा का वास: स्वर्ग – 11:35 ए एम तक
दिशाशूल- उत्तर
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
श्मशान में – 11:46 पी एम तक, उसके बाद गौरी के साथ.
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FIRST PUBLISHED : September 10, 2024, 19:02 IST