Margashirsha Purnima 2024: हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का अत्यधिक महत्व होता है. विशेष रूप से मार्गशीर्ष मास की पूर्णिमा का महत्व और भी अधिक है. मान्यता है कि इस दिन चंद्र देव, भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी विघ्न और बाधाएं समाप्त होती हैं, साथ ही आर्थिक समृद्धि भी प्राप्त होती है. इस दिन गंगा स्नान और दान-पुण्य का विशेष महत्व है. इस साल मार्गशीर्ष पूर्णिमा पर सर्वार्थ सिद्धि योग का निर्माण हो रहा है, यहां से जानें इसका शुभ मुहूर्त क्या है.
मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत के अवसर पर चार शुभ योग का निर्माण होगा. इनमें सिद्ध योग, साध्य योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग शामिल हैं. शाम को 04:58 बजे भद्रा का प्रभाव भी रहेगा, जिसका वास स्थान स्वर्ग है. इस कारण इसका धरती पर कोई अशुभ प्रभाव नहीं पड़ेगा. अतः आप पूर्णिमा व्रत के दिन अपने शुभ कार्य कर सकते हैं.
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मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत का मुहूर्त और योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: 07:06 am से 03:54 am, 15 दिसम्बर
अमृत सिद्धि योग: 07:06 am से 03:54 am, 15 दिसम्बर
ब्रह्म मुहूर्त: 05:17 am से 06:11 am
अभिजीत मुहूर्त: 11:55 am से 12:37 pm
15 दिसंबर को मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत
इस वर्ष मार्गशीर्ष मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि 14 दिसंबर, शनिवार को शाम 04 बजकर 58 मिनट से प्रारंभ होगी, जो कि रविवार, 15 दिसंबर को दोपहर 02 बजकर 31 मिनट तक रहेगी. उदयातिथि के अनुसार, इस वर्ष की मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर को मनाई जाएगी और इसी दिन पूर्णिमा व्रत तथा दान-स्नान का आयोजन किया जाएगा. पूर्णिमा उपवास के दिन चन्द्रोदय का समय शाम 05:14 बजे निर्धारित है.