IND vs AUS: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा की बल्लेबाजी को लेकर पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर केरी ओकीफ ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है. उन्होंने कहा कि रोहित ने पिछले पांच टेस्ट मैचों में केवल 13 की औसत से रन बनाए हैं, जिसमें केवल एक अर्धशतक शामिल है. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दूसरे टेस्ट मैच की दोनों पारियों मे रोहित शर्मा का फ्लॉप शो जारी रहा. नंबर 6 पर बल्लेबाजी करते हुए रोहित ने 15 गेंदों पर 6 और 23 गेंदों पर 3 रन बनाए. एडिलेड टेस्ट में हार के बाद रोहित की बल्लेबाजी और कप्तानी दोनों पर सवाल उठने लगे हैं.
IND vs AUS: मौजूदा WTC चक्र में रोहित के केवल 142 रन
रोहित शर्मा ने मौजूदा 2024-25 टेस्ट चैंपियनशिप चक्र में 6 टेस्ट मैचों की 12 पारियों में 11.83 की औसत से केवल 142 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 52 रन रहा है. उनके नाम सिर्फ़ एक अर्धशतक है. इस साल रोहित ने 12 टेस्ट और 23 पारियों में 27.13 की औसत से 597 रन बनाए हैं, जिसमें दो शतक और दो अर्द्धशतक और 131 का सर्वश्रेष्ठ स्कोर शामिल है. केरी ओकीफ ने कहा कि रोहित का ओपनिंग न करने का फैसला एडिलेड में गलत साबित हुआ. छठे नंबर पर उनपर एक मनोवैज्ञानिक दबाव था.
TOP
OF
OFFNo-one does it better #AUSvIND pic.twitter.com/bHqQKJbkqi
— cricket.com.au (@cricketcomau) December 8, 2024
“शमी के लिए टीम के दरवाजे खुले हैं, लेकिन…” कप्तान रोहित ने शमी के लिए कह दी बड़ी बात
IND vs AUS: रोहित शर्मा के नाम दर्ज हुआ अनचाहा रिकॉर्ड, धोनी और कोहली की लिस्ट में हुए शामिल
IND vs AUS: न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में भी रोहित का खराब प्रदर्शन
इसी साल भारत को पहली बार अपने घर में न्यूजीलैंड के हाथों 3 मैचों की सीरीज में क्लीन स्वीप का सामना करना पड़ा. पहले टेस्ट की दूसरी पारी में रोहित ने 52 रनों की पारी खेली थी. इस चक्र में यही एकमात्र अर्धशतक रोहित के नाम है. पहली पारी में कप्तान 2 रन बनाकर आउट हुए थे. दूसरे टेस्ट में रोहित ने शून्य और 8 रनों की पारी खेली थी. तीसरे मैच में रोहित ने 18 और 11 रन बनाए थे.
IND vs AUS: मध्यक्रम से हुई थी रोहित के करियर की शुरुआत
पूर्व भारतीय क्रिकेटर अतुल वासन ने रोहित शर्मा के बारे में बात करते हुए कहा कि रोहित का ओपनिंग न करना एक “रणनीतिक गलती” थी. हालांकि रोहित ने मध्यक्रम बल्लेबाज के रूप में 25 टेस्ट में 43 से अधिक की औसत से खेल दिखाया है. इसमें तीन शतक और छह अर्द्धशतक शामिल हैं. हालांकि, अब बढ़ते उम्र में उनके प्रदर्शन में गिरावट आएगी. यह हर खिलाड़ी के साथ होता है. फिर भी रोहित को रन बनाने होंगे, क्योंकि अतीत के सहारे आप ज्यादा दिनों तक नहीं टिक सकते.