Astrology Tips: राहु का ज्योतिष शास्त्र में विस्तार से वर्णन मिलता है. पुराणों में राहु को वृत्ताकार बताया गया है. इसका कोई पिंड नहीं है. आकाश मंडल के एक निश्चित स्थान के सूचक के भाग या संपात को राहु और दूसरे भाग को केतु माना गया है. इसके साथ ही राहु एक छाया ग्रह है. पृथ्वी के उत्तरी ध्रुव को भी राहु कहा जाता है. वैदिक ज्योतिष में राहु को मायावी ग्रह भी बताया गया है. इसे समझना बेहद मुश्किल है, इसीलिए इसके बारे में कहा जाता है कि कलियुग में राहु ही एकमात्र ऐसा ग्रह है जो राजा को रंक और रंक को राजा बनाने की क्षमता रखता है. कलियुग में इसे बेहद प्रभावी माना गया है. राहु यदि कुंडली में सही अवस्था में हो तो ये उम्मीद से कई गुना बेहतर परिणाम भी देता है. ये रातों-रात तकदीर बदलने वाला ग्रह है, इसलिए राहु ग्रह को कमतर आंकने की गलती कभी न करनी चाहिए. राहु अपनी दशा और विशेष गोचर काल में, ऐसे-ऐसे रंग दिखाता है जिसकी जीवन में कल्पना करना भी मुश्किल होता है.
राहु शुभ फल भी देता है : राहु से डरना नहीं चाहिए. राहु हमेशा खराब फल ही देता है ऐसा नहीं है. राहु के बारे में एक बात जान लें कि जब ये अच्छे फल देने पर आता है तो कोई भी ग्रह इसकी बराबरी नहीं कर पाता है. ये रातों रात किस्मत चमकाने वाला ग्रह भी है. ये कंकड़ को भी हीरे की कनी बना सकता है तो हीरे को भी मिट्टी में मिला देता है. कहने का अर्थ है कि राहु शुभ-अशुभ दोनों तरह के फल प्रदान करता है. कुंडली में इसकी स्थिति और मनुष्य के कर्मों के आधार पर राहु फल प्रदान करता है.
राहु अगर खराब है तो वह इन सब क्षेत्र में इंसान का नुकसान करेगा और यदि राहु मजबूत है तब वह इन सभी क्षेत्र में लाभ करेगा, कुल मिलाकर राहु ग्रह कलयुग का राजा है. सभी भौतिक और बित्तीय स्थितियां राहु के अधीन हैं.
राहु को ज्योतिष में एक छाया ग्रह माना जाता है. राहु के बारे में कुछ खास बातेंः
राहु और केतु हमेशा एक-दूसरे से 180 डिग्री की दूरी पर होते हैं.
राहु और केतु का परिक्रमा चक्र 18 साल का होता है.
राहु को क्रूर ग्रह माना जाता है.
राहु के शुभ प्रभाव से व्यक्ति का व्यक्तित्व विकसित होता है.
राहु के अशुभ प्रभाव से व्यक्ति को आर्थिक नुकसान, मानसिक तनाव, और कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं.
Bad Moon Effects: इस ग्रह के कारण हो सकती सांस और टीबी की बीमारी, जान लें ये 6 उपाय, दोष होंगे दूर!
राहु को मजबूत करने के उपाय:
राहु के दोष से बचने के लिए, नीले रंग के कपड़े पहनने चाहिए.
राहु के दोष से बचने के लिए, शराब और मांस का सेवन नहीं करना चाहिए.
राहु के दोष से बचने के लिए, शिव साहित्य और शिवपुराण का पाठ करना चाहिए.
राहु के दोष से बचने के लिए, सरस्वती पूजा करनी चाहिए.
राहु को मजबूत करने के लिए क्या करें?
अमावस्या के दिन पीपल के नीचे दीपक जलाएं, गरीबों को दान दें, राहु यंत्र की स्थापना करें, रसोई में भोजन करें, शरीर में पानी की कमी न होने दें, शिव सहस्रनाम और हनुमत सहस्त्रनाम का भी पाठ करें, ज्ञान की देवी सरस्वती को राहु की इष्ट देवी माना गया है, सरस्वती पूजा से भी राहु दोष दूर होता है, किसी प्रकार का नशा न करें, गलत संगत से दूर रहें.
राहु का मंत्र :
ॐ भ्रां भ्रीं भ्रौं स: राहवे नम:
Tags: Astrology
FIRST PUBLISHED : October 31, 2024, 13:31 IST