Diwali 2024: दीवाली का त्यौहार नजदीक है, और यह समय है न सिर्फ अपने घर को सजाने का बल्कि अपनी आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करने का. इस खास मौके पर वित्तीय सुरक्षा की तैयारी करना बेहद जरूरी है. हर साल की तरह, इस बार भी दीवाली पर धन प्राप्ति और समृद्धि की कामना की जाएगी, लेकिन इसके लिए सिर्फ पूजा-पाठ ही नहीं, बल्कि कुछ आदतों को छोड़ना भी जरूरी है जो हमारे आर्थिक संकट का कारण बन सकती हैं. तो चलिए जानते हैं कि दीवाली 2024 में आर्थिक मजबूती पाने के लिए किन आदतों को अलविदा कहना जरूरी है.
1. सेविंग न करने की आदत
सेविंग यानी बचत न करना एक ऐसी आदत है जो वित्तीय संकट की ओर ले जा सकती है. अक्सर लोग सोचते हैं कि जितना कमाया, उतना खर्च कर दिया जाए, लेकिन यह सोच लंबे समय में मुश्किलें पैदा कर सकती है. छोटे-मोटे खर्चों पर ध्यान न देना और हर महीने की सैलरी पूरी तरह खर्च कर देना, भविष्य में आर्थिक तंगी का कारण बन सकता है.
बचत करने से न केवल आर्थिक सुरक्षा मिलती है, बल्कि यह हमें आपात स्थिति में आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है. यदि आप बचत नहीं कर रहे हैं तो इसे आज ही शुरू करें. अपने मासिक बजट में से एक निश्चित राशि को बचत के लिए रखें और उसे ऐसे अकाउंट में रखें जहाँ से निकालना आसान न हो. धीरे-धीरे यह राशि बढ़ती जाएगी और आपको एक वित्तीय कुशन प्रदान करेगी जो आने वाले संकटों में मददगार साबित होगा.
Also Read: Rule Change: 1 नवंबर से होंगे ये जरूरी बदलाव,एलपीजी, क्रेडिट कार्ड और दूसरी सेवाओं पर पड़ेगा असर
2. इन्वेस्ट न करना
बहुत से लोग सिर्फ बचत तक सीमित रहते हैं और इन्वेस्टमेंट को नजरअंदाज कर देते हैं. जबकि इन्वेस्टमेंट आपकी संपत्ति को बढ़ाने का एक अहम तरीका है. इन्वेस्टमेंट करने से पैसा महज जमा नहीं होता, बल्कि समय के साथ-साथ वह बढ़ता भी है. सही जगह पर निवेश करने से आपको अच्छा रिटर्न मिल सकता है.
अगर आपने अभी तक इन्वेस्टमेंट के बारे में नहीं सोचा है तो यह समय है कि आप इसे अपने वित्तीय योजना में शामिल करें. शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, गोल्ड, और रियल एस्टेट कुछ ऐसे विकल्प हैं जहाँ आप निवेश कर सकते हैं. निवेश से प्राप्त होने वाला रिटर्न आपकी संपत्ति को बढ़ाने में मदद करता है और यह आपके भविष्य को सुरक्षित बनाता है.
3. शौक के लिए कर्ज लेना
शौक के लिए कर्ज लेना एक ऐसी आदत है जो आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकती है. आजकल बहुत से लोग फालतू चीजों के लिए कर्ज लेते हैं, जैसे कि महंगे फोन, ब्रांडेड कपड़े, गाड़ियों आदि के लिए. बिना किसी जरूरी वजह के कर्ज लेना एक आर्थिक भार बन सकता है जो आगे चलकर आपके लिए एक बड़ा संकट पैदा कर सकता है.
अगर आप अपनी शौक की चीजों के लिए कर्ज ले रहे हैं तो इसे जल्द ही रोकें. बजट में रहकर अपने शौक पूरे करें और कर्ज को केवल उन चीजों के लिए लें जिनकी वास्तव में जरूरत हो. अगर कर्ज लेना जरूरी हो, तो कोशिश करें कि उसे जल्दी से जल्दी चुका दें. अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें ताकि आप बेवजह कर्ज के बोझ से दूर रह सकें.
Also Read: Jaya Kishori के बैग की कितनी है कीमत, सोशल मीडिया पर क्यों हो रहीं है इसकी चर्चा?
4. हेल्थ इंश्योरेंस नहीं लेना
बहुत से लोग सोचते हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस एक अतिरिक्त खर्च है, लेकिन यह एक गलतफहमी है. हेल्थ इंश्योरेंस न केवल आपकी स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का ख्याल रखता है, बल्कि यह आपके वित्तीय संकट से भी बचाता है.
आज के समय में स्वास्थ्य सेवाएं बहुत महंगी हो गई हैं, और किसी भी आपातकालीन स्थिति में हेल्थ इंश्योरेंस होना बेहद जरूरी है. अगर आप बिना हेल्थ इंश्योरेंस के हैं और अचानक से कोई स्वास्थ्य समस्या आ जाती है तो आपको भारी खर्च का सामना करना पड़ सकता है. इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस को अपनी वित्तीय योजना में जरूर शामिल करें. यह एक ऐसा निवेश है जो आपकी आर्थिक सुरक्षा के लिए जरूरी है.
5. शो ऑफ करना
आजकल लोगों में एक दूसरे को देखकर खर्च करने का चलन बढ़ गया है. सोशल मीडिया के इस दौर में लोग अपने जीवन को दूसरों से बेहतर दिखाने के लिए अनावश्यक खर्च करने लगते हैं. दिखावे के लिए खर्च करना आपकी आर्थिक स्थिति को प्रभावित कर सकता है.
दिखावे से बचने के लिए जरूरी है कि आप अपने खर्चों पर नियंत्रण रखें. अपने जीवन की प्राथमिकताओं को समझें और उसी के अनुसार खर्च करें. यह न सोचें कि कौन क्या सोचता है, बल्कि अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने की दिशा में ध्यान दें. जब आप अनावश्यक खर्चों से बचेंगे तो आपके पास बचत का अच्छा साधन होगा जो आपके भविष्य को सुरक्षित बनाएगा.
Also Read: Financial Mismanagement: रावण में थीं लाख बुराइयां, लेकिन उसने कभी नहीं किया ये काम