आज का पंचांग, 31 अक्टूबर 2024: इस साल दिवाली गुरुवार को प्रीति योग और चित्रा नक्षत्र में है. इस दिन कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी तिथि, चित्रा नक्षत्र, विष्कम्भ योग, शकुनि करण, दक्षिण का दिशाशूल और कन्या राशि में चंद्रमा है. दिवाली के लिए अमावस्या तिथि दोपहर को 03:52 बजे से शुरू है और रात में लक्ष्मी पूजा का निशिता मुहूर्त प्राप्त हो रहा है. दिवाली पर सूर्यास्त 5:36 बजे होगा, उसके बाद से प्रदोष काल प्रारंभ होगा. प्रदोष काल में दिवाली की पूजा होगी. दिवाली पूजा में माता लक्ष्मी के साथ विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की पूजा करने का विधान है. दिवाली पूजा का मुहूर्त शाम 6:27 बजे से है. इसमें आप माता लक्ष्मी और गणेश जी की नई मूर्ति की स्थापना करें. उनको अक्षत्, लाल गुलाब, कमल के फूल, सिंदूर, हल्दी, चंदन, धूप, दीप, मोदक, खीर, बताशे आदि अर्पित करें. लक्ष्मी और गणेश चालीसा का पाठ करें.
लक्ष्मी पूजा के समय चांदी के सिक्के रखें. उस समय लक्ष्मी यंत्र की भी पूजा कर सकते हैं. दिवाली की शाम घर के मुख्य स्थानों पर दीपक जलाएं. उसे पूजा घर, आंगन, कमरों के दरवाजे, घर के मुख्य द्वार पर रखें. पौराणिक कथा के अनुसार, जब प्रभु राम ने रावण वध करके लंका पर विजय प्राप्त कर ली, तो वे माता सीता, भाई लक्ष्मण और वानर सेना के कुछ प्रमुख लोगों के साथ अयोध्या पहुंचे थे. भगवान राम के वनवास से अयोध्या आने की खुशी में हर घर में दीपक जलाए गए. तब से कार्तिक अमावस्या को हर साल दिवाली का उत्सव मनाया जाता है. दिवाली पर अयोध्या में भव्य दीपोत्सव भी होता है.
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इस साल दिवाली को गुरुवार व्रत भी है. इस दिन लक्ष्म पति श्री नारायण की पूजा करते हैं. उनको पीले फूल, तुलसी के पत्ते, पंचामृत, हल्दी, अक्षत्, धूप, दीप, गुड़, चने की दाल आदि चढ़ाते हैं. इस दिन देव गुरु बृहस्पति और केले के पौधे की भी पूजा करते हैं. इससे कुंडली का गुरु दोष मिटता है. वैदिक पंचांग से जानते हैं दिवाली मुहूर्त, लक्ष्मी पूजा समय, सूर्योदय, चंद्रोदय, दिशाशूल, राहुकाल आदि के बारे में.
आज का पंचांग, 31 अक्टूबर 2024
आज की तिथि- चतुर्दशी – 03:52 पी एम तक, उसके बाद अमावस्या
आज का नक्षत्र- चित्रा – 12:45 ए एम, 1 नवम्बर तक, फिर स्वाति
आज का करण- शकुनि – 03:52 पी एम तक, चतुष्पाद – 05:06 ए एम, 1 नवम्बर तक, फिर नाग
आज का योग- विष्कम्भ – 09:51 ए एम तक, उसके बाद प्रीति
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- कन्या – 11:15 ए एम तक, उसके बाद तुला
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:32 ए एम
सूर्यास्त- 05:36 पी एम
चन्द्रोदय- 06:14 ए एम, 1 नवम्बर
चन्द्रास्त- 04:51 पी एम
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दिवाली 2024 शुभ मुहूर्त
दिवाली लक्ष्मी पूजा मुहूर्त: शाम 6:27 बजे से रात 8:32 बजे तक.
लक्ष्मी पूजा निशिता मुहूर्त: रात 11:39 बजे से देर रात 12:31 बजे तक.
ब्रह्म मुहूर्त: 04:49 ए एम से 05:41 ए एम.
अभिजीत मुहूर्त: 11:42 ए एम से 12:27 पी एम.
अशुभ समय
राहुकाल- 01:27 पी एम से 02:50 पी एम
गुलिक काल- 09:18 ए एम से 10:41 ए एम
यमगण्ड- 06:32 ए एम से 07:55 ए एम
दुर्मुहूर्त- 10:14 ए एम से 10:58 ए एम, 02:39 पी एम से 03:24 पी एम
दिशाशूल- दक्षिण
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
श्मशान में – 03:52 पी एम तक, उसके बाद गौरी के साथ.
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FIRST PUBLISHED : October 30, 2024, 18:04 IST