Eyesight : आंखें ईश्वर की दी हुई एक अनमोल भेट है जिनके द्वारा हम इस खूबसूरत दुनिया को देख सकते हैं और आकर्षक दृश्य का आनंद ले सकते हैं. इसी कारण आंखों के स्वास्थ्य का ध्यान रखना और सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ कई ऐसी सलाह देते हैं जिससे आंखों को सुरक्षित रखने में मदद मिलती है जैसे की नियमित रूप से आंखों को धोना, ज्यादा स्क्रीन ना देखना, आदि.
Eyesight : जीवनशैली का पड़ता है प्रभाव
लेकिन इसके बावजूद हम जाने अनजाने में कई गलतियां करते हैं, जो हमारी आंखों को गंभीर क्षति पहुंचाने का कारण बनती है और कुछ गंभीर गलतियां करने पर आंखों की रोशनी हमेशा के लिए भी जा सकती है. इसीलिए नेत्र विशेषज्ञ कहते हैं की अपनी आंखों का खास ख्याल रखें और सतर्कता बनाए रखें. नेत्र विशेषज्ञों का कहना है कि हाल ही में बीते कुछ वर्षों में हमारे जीवन शैली काफी ज्यादा खराब हो गई है. जिसके कारण आंखों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है.
Eyesight : कौन सी आदतें डालती है आँखों पर दुष्प्रभाव
कम उम्र में ही लोगों को नेत्र संबंधी समस्याएं और आंखों की रोशनी कमजोर होने जैसे दिक्कतें बढ़ गई है. आंखों की सेहत को बेहतर करने में संतुलित आहार की भी मुख्य भूमिका होती है. आहार में विटामिन ए की विशेषता प्रमुख रूप से आंखों का ध्यान रखती है. चलिए जानते हैं कुछ बुरी आदतों के बारे में जो हमारी आंखों को गंभीर रूप से क्षति पहुंचाती हैं.
Nutrition : आहार में पोषक तत्वों की कमी
आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर करने के लिए आहार में कई तरह के पोषक तत्वों की आवश्यकता होती है, जैसे कि विटामिन ए, जिंक, ओमेगा 3 फैटी एसिड, और विटामिन सी जैसे पोषक तत्व. गाजर खाना आपकी आंखों की रोशनी के लिए अच्छा होता है और पीले और नारंगी रंग के फल और हरी पत्तेदार सब्जियां, नट्स, और सी फूड्स आंखों की रोशनी बढ़ाने में और उन्हें स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं.
Screen Time : स्क्रीन टाइम
बहुत से लोगों का स्क्रीन टाइम अत्यधिक होता है, अपना अधिकतर समय फोन या लैपटॉप की स्क्रीन के सामने बिताना दैनिक जीवन का एक नियमित हिस्सा बन चुका है और यह आपकी आंखों के लिए नुकसानदायक होता है. किसी भी तरह की स्क्रीन मोबाइल, टीवी, लैपटॉप, टैबलेट, आदि आपकी आंखों पर नकारात्मक प्रभाव डालती है. इसके कारण आंखों में सूखापन, लालिमा, और खुजली की समस्या होती है. कम रोशनी में स्क्रीन को देखने से भी आंखों पर दबाव पड़ता है. यह लंबे समय तक करने से यह आंखों को गंभीर रूप से क्षति पहुंचने में सक्षम होता है.
Lack of Sleep : नींद पूरी न होना
अगर आप रोज 7 से 8 घंटे की नींद नहीं ले पा रहे हैं, तो यह आपकी मानसिक स्वास्थ्य के साथ ही आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी परेशानी जनक हो सकता है. डॉक्टर का कहना है कि पर्याप्त विश्राम और नींद की कमी के कारण आपकी आंखों में लालिमा और इरिटेशन जैसी समस्याएं हो सकती है. इसके कारण आंखों में सूखापन और धुंधली दृष्टि की समस्या भी हो सकती है. आंखों की स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए रात में 8 घंटे की अच्छी नींद लेना अति आवश्यक होता है.
Eye Exercises : आँखों के लिए एक्सरसाइज़
इससे बचाव के लिए आप कुछ आसान एक्सरसाइज का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जैसे की पलकों को झपकना, आंखों को दाएं से बाईं ओर घूमाना, और उंगली के साथ आंखों की पुतली नचाने वाली एक्सरसाइज भी काफी प्रभावी होती है.