Indian RAW: पिछले साल गर्मियों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की राजकीय यात्रा के दौरान एक सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश में एक भारतीय रॉ अधिकारी की भूमिका का आरोप लगाया गया है. न्यूयॉर्क की एक अमेरिकी अदालत में दायर अभियोग के अनुसार, यह अधिकारी 39 वर्षीय विकास यादव हैं, जो कैबिनेट सचिवालय में कार्यरत थे और रॉ से जुड़े थे. अब वह सरकारी कर्मचारी नहीं हैं और उन पर भाड़े के अपराधियों की मदद से हत्या की साजिश और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं.
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अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी. गारलैंड ने कहा कि न्याय विभाग किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं करेगा, जो अमेरिकियों की सुरक्षा और उनके अधिकारों को कमजोर करता है. एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे ने कहा कि यादव और उनके साथी निखिल गुप्ता ने मिलकर यह साजिश रची थी.भारत सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है और जांच के लिए एक समिति गठित की है. अमेरिका ने भारत के सहयोग पर संतोष जताया है और कहा है कि दोनों देशों की जांच एजेंसियां मिलकर इस मामले की जांच कर रही हैं.
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अभियोग पत्र में यादव की सैन्य पोशाक में तस्वीर और न्यूयॉर्क में गुप्ता और कथित हत्यारे के बीच डॉलर के आदान-प्रदान की तस्वीरें शामिल हैं. आरोप है कि यादव और गुप्ता ने एक भाड़े के हत्यारे से सिख अलगाववादी की हत्या की साजिश रची थी, हालांकि हत्यारे ने एफबीआई को सूचना दे दी थी. इस साजिश का संबंध कनाडा में एक अन्य सिख अलगाववादी, निज्जर की हत्या से भी बताया गया है. अभियोग के अनुसार, साजिश को प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान या उससे पहले अंजाम देने की योजना थी, लेकिन इसे टाल दिया गया.