Sheikh Hasina: बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है. अपने देश से छोड़ने के बाद हसीना भारत आ गई थीं. भारत से उनका कार्यक्रम यूरोप के किसी देश में जाने का था. इस बीच बांग्लादेश के अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने उनके खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. कोर्ट ने छात्रों के आंदोलन के दौरान मानवता के खिलाफ कथित अपराध के लिए पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना और अवामी लीग के अन्य नेताओं सहित 45 लोगों के खिलाफ गुरुवार को गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. ढाका ट्रिब्यून न्यूज पेपर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, शेख हसीना, अवामी लीग पार्टी के शीर्ष नेताओं और अन्य लोगों के खिलाफ वारंट पुनर्गठित न्यायाधिकरण की ओर से शुरू की गई न्यायिक कार्यवाही के पहले दिन जारी किया गया.
दो याचिकाएं की गई थीं दायर
अभियोजन पक्ष ने पूरे मामले में न्यायाधिकरण में दो याचिकाएं दायर की थीं. साथ ही शेख हसीना समेत अन्य के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी करने की अपील की थी. मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम के हवाले से डेली स्टार ने एक रिपोर्ट जारी की थी जिसके अनुसार न्यायाधीश मोहम्मद गुलाम मुर्तजा मजूमदार की अध्यक्षता वाले न्यायाधिकरण ने गिरफ्तारी का आदेश पारित किया है. उन्होंने कहा कि न्यायाधिकरण ने संबंधित अधिकारियों को हसीना सहित 46 अन्य आरोपियों को 18 नवंबर तक गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश करने का निर्देश दिया है.
60 से ज्यादा आरोप दर्ज
बता दे बांग्लादेश में प्रदर्शन-हिंसा और तख्तापलट के बाद से अबतक शेख हसीना, उनकी अवामी लीग पार्टी और 14 दलों के गठबंधन के अन्य नेताओं, पत्रकारों और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के पूर्व शीर्ष अधिकारियों के खिलाफ न्यायाधिकरण में जबरन गायब करने, हत्या और सामूहिक हत्याओं की 60 से अधिक शिकायतें दर्ज की गई हैं. बता दें, आठ अगस्त को कार्यभार संभालने के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने कहा था कि वह पूर्व पीएम शेख हसीना के कई नेताओं के खिलाफ आंदोलन के दौरान हुई हत्याओं को लेकर अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण में मुकदमा चलाएगी.
अभी कहां हैं शेख हसीना?
बांग्लादेश में आंदोलन और तख्तापलट के बाद शेख हसीना आनन-फानन में भागकर भारत आ गई थीं. उसके बाद से कयास गलाए जा रहे थे कि वो यूरोप के किसी देश जा सकती हैं . हालांकि फिलहाल वो भारत में ही रह रहीं हैं. माना जाता है कि वे वर्तमान में वहां किसी अज्ञात स्थान पर रह रही हैं. पूर्व पीएम हसीना पर लगभग 200 मामले दर्ज हैं, जिनमें से अधिकतर मामले सामूहिक छात्र विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हत्याओं से संबंधित हैं. भाषा इनपुट से साभार
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