आज का पंचांग, 2 अक्टूबर 2024: साल का अंतिम सूर्य ग्रहण और सर्व पितृ अमावस्या बुधवार को है. इस दिन अश्विन कृष्ण अमावस्या तिथि, उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र, ब्रह्म योग, चतुष्पाद करण, उत्तर का दिशाशूल और कन्या राशि का चंद्रमा है. सूर्य ग्रहण रात में 9 बजकर 13 मिनट से लगेगा. यह सूर्य ग्रहण 6 घंटे 4 मिनट के लिए लगेगा. उसके बाद इसका मोक्ष होगा. यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, इस वजह से इसका सूतक काल नहीं लगेगा. ऐसे में मांगलिक कार्यों पर कोई रोक नहीं होगी. सूर्य ग्रहण से पहले दिन में सर्व पितृ अमावस्या है. इस अवसर पर पूर्णिमा तिथि वाले पितरों और जिनकी तिथि ज्ञात नहीं होती है, उनका तर्पण, श्राद्ध आदि करते हैं. सर्व पितृ अमावस्या के दिन पितर पितृ लोक वापस चले जाते हैं. पितरों को तृप्त करने और पितृ दोष की शांति के लिए तर्पण, पिंडदान, ब्राह्मण भोज, पंचबलि, त्रिपिंडी श्राद्ध आदि कर्म किए जाते हैं. सर्व पितृ अमावस्या से पितृ पक्ष का समापन हो जाता है. इस दिन सर्वार्थ सिद्धि योग बन रहा है.
सर्व पितृ अमावस्या के दिन बुधवार व्रत भी है. जिनकी कुंडली बुध का दोष हो, उनको बुधवार व्रत के साथ गणेश जी की पूजा करनी चाहिए. गणपति महाराज को मूंग के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. बुध के बीज मंत्र का जाप करना चाहिए. इस उपाय से बुध मजबूत होगा और उसके शुभ प्रभाव जीवन में दिखाई देंगे. गणेश जी की पूजा में मोदक, सिंदूर, गेंदे का फूल, दूर्वा, केला आदि जरूर रखते हैं. पूजा में तुलसी के पत्ते वर्जित हैं. गणेश जी के आशीर्वाद से कार्य सफल होते हैं और जीवन में शुभता आती है. बुधवार को हरे रंग के कपड़े पहनें, इससे भी बुध ग्रह मजूबत होगा. कांसे के बर्तन, हरे रंग के कपड़े, हरे फल आदि का दान भी अच्छा होता है. पंचांग से जानते हैं 2 अक्टूबर के शुभ मुहूर्त, सूर्योदय, चंद्रोदय, दिशाशूल, राहुकाल.
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आज का पंचांग, 2 अक्टूबर 2024
आज की तिथि- अमावस्या – 12:18 ए एम, 3 अक्टूबर तक, उसके बाद प्रतिपदा
आज का नक्षत्र- उत्तराफाल्गुनी – 12:23 पी एम तक, फिर हस्त
आज का करण- चतुष्पाद – 10:58 ए एम तक, नाग – 12:18 ए एम, 3 अक्टूबर तक, फिर किंस्तुघ्न
आज का योग- ब्रह्म – 03:22 ए एम, 3 अक्टूबर तक, फिर इन्द्र
आज का पक्ष- कृष्ण
आज का दिन- बुधवार
चंद्र राशि- कन्या
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 06:15 ए एम
सूर्यास्त- 06:06 पी एम
चन्द्रोदय- चन्द्रोदय नहीं
चन्द्रास्त- 05:54 पी एम
सूर्य ग्रहण 2024 समय
प्रारंभ समय: रात 9 बजकर 13 मिनट से
समापन समय: कल, तड़के 3 बजकर 17 मिनट पर
सर्व पितृ अमावस्या 2024 श्राद्ध समय
सर्व पितृ अमावस्या के दिन श्राद्ध समय: 11:30 बजे से 3:30 बजे तक
ज्ञात-अज्ञात सभी प्रकार के पितरों का होता है श्राद्ध
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आज का शुभ मुहूर्त और योग
ब्रह्म मुहूर्त: 04:38 ए एम से 05:26 ए एम
अभिजीत मुहूर्त: कोई नहीं
विजय मुहूर्त: 02:09 पी एम से 02:56 पी एम
सर्वार्थ सिद्धि योग: दोपहर 12:23 बजे से कल सुबह 06:15 बजे तक
अशुभ समय
राहुकाल- 12:10 पी एम से 01:39 पी एम
गुलिक काल- 10:41 ए एम से 12:10 पी एम
दिशाशूल- उत्तर
रुद्राभिषेक के लिए शिववास
गौरी के साथ – 12:18 ए एम, 3 अक्टूबर तक, उसके बाद श्मशान में.
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FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 19:03 IST