Vastu Tips For Shardiya Navratri 2024: हिन्दू धर्म में नवरात्रि का अत्यधिक महत्व बताया गया है. खासतौर पर शारदीय नवरात्रि में मां दुर्गा के पंडाल सजाए जाते हैं और पूरे नौ दिनों तक मां के अलग-अलग रूपों की आराधना की जाती है. इस पर्व की शुरुआत कलश स्थापना के साथ होती है. ऐसा कहा जाता है कि नवरात्रि में कलश स्थापना जरूर करना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है. वहीं यदि आप कलश स्थापना वास्तु शास्त्र के नियमों के अनुरूप करते हैं तो आपको इसका शुभ फल प्राप्त होता है. आइए जानते हैं इन नियमों के बारे में भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से.
सही स्थान का चयन
वास्तु के अनुसार, शारदीय नवरात्रि में घर में कलश स्थापना के लिए आप सबसे पहले तो सही स्थान का चयन करें, जो कि उत्तर-पूर्व दिशा या ईशान कोण में होना चाहिए. इसे किसी भी धार्मिक अनुष्ठान के लिए सबसे शुभ माना गया है.
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शुभ मुहूर्त में करें स्थापना
कलश स्थापना के लिए नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि यानी कि पहला दिन सबसे ज्यादा शुभ माना जाता है लेकिन, इस दिन भी कलश स्थापना के लिए आप पंडित जी या ज्योतिषचार्य से शुभ मुहूर्त जरूर निकलवा लें क्योंकि इससे उसका पूर्ण रूप से फल प्राप्त होता है.
इस धातु का हो कलश
नवरात्रि में जब आप कलश स्थापना करने जा रहे हों तो इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कलश किस धातु का हो. इसके लिए तांबे या पीतल का कलश सबसे शुभ माना जाता है और यह धातु पवित्र भी मानी जाती है.
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अखंड ज्योत जलाएं
वास्तु के अनुसार, जब आप नवरात्रि में कलश की स्थापना करें तो उत्तर-पूर्व दिशा में कलश के पास नौ दिनों के लए अखंड ज्योत जरूर जलाएं क्योंकि इसे ईश्वर की उपस्थिति का प्रतीक माना जाता है. इसके अलावा ध्यान रखें कि अखंड ज्योत कलश के दाहिनी ओर ही रखें.
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FIRST PUBLISHED : October 1, 2024, 14:17 IST