Cancer Treatment : स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट में अब अत्याधुनिक रेडियो थैरेपी मशीनों के द्वारा कैंसर मरीजों को विश्व स्तरीय उपचार उपलब्ध कराया जाएगा. आपको बता दें कि यह मशीन बहुत ही कम समय में कैंसर के ट्यूमर को खत्म कर देती है.
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने गुरुवार 26 सितंबर को स्टेट कैंसर इंस्टीट्यूट आफ रेडिएशन ऑंकोलॉजी विभाग में लीनियर एक्सेलरेटर और सी टी सिम्युलेटर मशीनों का उद्घाटन सफलतापूर्वक किया. यह मशीनें रेडियोथैरेपी की अत्याधुनिक तकनीक की है.
Cancer Treatment : स्वास्थ्य मंत्री ने क्या कहा?
स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने इस मौके पर बताया कि 54 करोड रुपए की लागत से स्थापित इन मशीनों से फेफड़े, मस्तिष्क, गले और स्तन के कैंसर की जांच और उपचार में इससे मदद मिलेगी जहां पर कैंसर के इलाज में लोगों के लाखों रुपए खर्च हो जाते थे, वही यह उपचार अब निशुल्क उपलब्ध होगा. इन अत्याधुनिक मशीनों से ट्यूमर की पहचान और रेडियोथैरेपी की सटीकता में सुधार आएगा, जिससे कैंसर के मरीजों को उन्नत और विश्व स्तरीय इलाज मिल पाएगा.
Cancer Treatment : स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट के अधीक्षक ने दी जानकारी
स्टेट कैंसर इंस्टिट्यूट के अधीक्षक डॉक्टर संदीप जसूजा ने बताया कि यह तकनीक नई लीनियर एक्सीलेटर मशीन अत्यधिक केंद्रित रेडिएशन एक्स्पोज़र प्रदान करती है, जिसकी वजह से उपचार का समय काफी काम हो जाता है और इलाज की प्रक्रिया सरल हो जाती है. यह नई तकनीक वाली मशीन स्टीरियो टैक्सी सर्जरी (stereotactic surgery) भी कर सकती है. जिससे एक ही सेशन में ट्यूमर का खात्मा संभव है.
इसके साथ ही आसपास के कैंसर सेल्स भी नष्ट हो जाते हैं, जिसकी वजह से मरीज को बार-बार कीमोथेरपी (chemotherapy) की जरूरत नहीं पड़ती है. इस तकनीक से रेडिएशन का पूरा प्रोसेस मात्र 2 मिनट में पूरा हो जाता है. पहले की तरह रेडियोथैरेपी से त्वचा का काला पड़ना और अन्य साइड इफेक्ट्स भी इस मशीन से नहीं होंगे. इस तकनीक का सबसे बड़ा फायदा यह है कि रेडिएशन एक्स्पोज़र के वक्त आसपास के अंगों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ता है.
Cancer Treatment : तकनीक के बारे में और भी बातें
नई सिटी सिम्युलेटर मशीन के माध्यम से मरीज का स्कैन कर उसके उपचार की वर्चुअल प्लानिंग सॉफ्टवेयर में ही की जा सकती है. इसे इलाज में सटीकता और उपचार के दौरान आने वाली जटिलताओं का पहले से प्रबंधन करने में मदद मिलती है. यह अत्याधुनिक मशीन 27 सितंबर से अपनी सेवाएं देना शुरू कर चुकी है, देश भर में कुछ ही जगह पर रेडियोथैरेपी की सुविधा उपलब्ध है.