विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी का व्रत हर साल अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है. इसे हम अश्विन संकष्टी चतुर्थी भी कहते हैं. हर माह में चतुर्थी का व्रत दो बार आता है. पहला कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को और दूसरा शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को. कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को संकष्टी और शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को विनायक चतुर्थी होती है. संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने वाले सभी लोग दिन में गणेश जी की पूजा करते हैं और रात के समय चंद्रोदय होने पर चंद्रमा को अर्घ्य देते हैं. उसके बाद पारण करके व्रत को पूरा करते हैं. केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय पुरी के ज्योतिषाचार्य डॉ. गणेश मिश्र से जानते हैं कि अश्विन संकष्टी चतुर्थी कब है? पूजा का मुहूर्त और चंद्रोदय समय क्या है?
अश्विन संकष्टी चतुर्थी 2024 तारीख
हिंदू कैलेंडर के अनुसार, इस साल अश्विन माह के कृष्ण पक्ष चतुर्थी तिथि 20 सितंबर शुक्रवार को रात 9 बजकर 15 मिनट से प्रारंभ होगी. इस तिथि का समापन 21 सितंबर शनिवार को शाम 6 बजकर 13 मिनट पर होगा. चतुर्थी का चंद्रोदय 20 सितंबर को प्राप्त हो रहा है, इसलिए अश्विन संकष्टी चतुर्थी का व्रत 20 सितंबर शुक्रवार को रखा जाएगा.
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अश्विन संकष्टी चतुर्थी 2024 मुहूर्त
जो लोग 20 सिंतबर को अश्विन संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखेंगे, वे गणेश जी की पूजा सुबह 6 बजकर 9 मिनट के बाद कर सकते हैं. इस दिन राहुकाल 10:43 ए एम से 12:14 पी एम तक है. राहुकाल में पूजा न करें.
अश्विन संकष्टी चतुर्थी 2024 दिन का शुभ चौघड़िया मुहूर्त
चर-सामान्य मुहूर्त: 06:09 ए एम से 07:40 ए एम
लाभ-उन्नति मुहूर्त: 07:40 ए एम से 09:11 ए एम
अमृत-सर्वोत्तम मुहूर्त: 09:11 ए एम से 10:43 ए एम
शुभ-उत्तम मुहूर्त: 12:14 पी एम से 01:46 पी एम
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सर्वार्थ सिद्धि योग में अश्विन संकष्टी चतुर्थी
इस बार की अश्विन संकष्टी चतुर्थी व्रत सर्वार्थ सिद्धि योग में है. व्रत के दिन सर्वार्थ सिद्धि योग सुबह 6 बजकर 9 मिनट से बन रहा है, जो 21 सितंबर को तड़के 2 बजकर 43 मिनट तक रहेगा. सर्वार्थ सिद्धि योग में आप जो भी शुभ कार्य करेंगे, उसके सफल होने की उम्मीद अधिक रहती है. इस योग में किए गए कार्य सफल होते हैं.
अश्विन संकष्टी चतुर्थी 2024 चन्द्रोदय समय
संकष्टी चतुर्थी व्रत के दिन चंद्रोदय शाम को 7 बजकर 49 मिनट पर होगा. इसके बाद आप कभी भी चंद्रमा को अर्घ्य देकर पारण कर सकते हैं. चंद्रमा की पूजा किए बिना अश्विन संकष्टी चतुर्थी का व्रत पूर्ण नहीं होता है.
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FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 13:02 IST