Saturday, October 19, 2024
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Bajaj Housing Finance की धमाकेदार शुरुआत, शेयर में 114% का उछाल

Bajaj Housing Finance: बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने सोमवार 16 सितंबर 2024 को शेयर बाजार में धमाकेदार शुरुआत की है. शेयर बाजार में आईपीओ (आरंभिक सार्वजिनक निर्गम) पेश करने के बाद कंपनी का शेयर सूचीबद्ध हो गया. बाजार में सूचीबद्ध होते ही बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में 114.28% के भारी प्रीमियम के साथ सूचीबद्ध हुई. वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) में इसका शेयर 150 रुपये के भाव पर सूचीबद्ध कराया गया. कारोबार के दौरान कंपनी का शेयर 135% के अपर सर्किट पर पहुंच गया था. कारोबार के दौरान शेयर बीएसई पर 129.88 फीसदी बढ़कर 160.92 रुपये पर पहुंच गया, जबकि एनएसई पर कंपनी के शेयर 130 फीसदी बढ़कर 161 रुपये पर थे.

बजाज हाउसिंग फाइनेंस का मार्केट कैप 1,30,751.90 करोड़

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर 13 सितंबर 2024 को आईपीओ बोलीदाताओं को 70 रुपये प्रति शेयर के इश्यू प्राइस पर आवंटित किए गए थे. बजाज हाउसिंग फाइनेंस के शेयर में 80 रुपये प्रति शेयर की लिस्टिंग का लाभ स्टॉक के ग्रे मार्केट प्रीमियम से थोड़ा अधिक था. ग्रे मार्केट गतिविधि पर नजर रखने वाले कुछ प्लेटफॉर्म के अनुसार, कंपनी के शेयर 16 सितंबर की सुबह 75 रुपये के ग्रे मार्केट प्राइस पर कारोबार कर रहे थे. इसके साथ ही, कंपनी का बाजार मूल्यांकन 1,30,751.90 करोड़ रुपये रहा.

निवेशकों को मिल सकता है हाई रिटर्न

बजाज हाउसिंग फाइनेंस के 6,560 करोड़ रुपये के आईपीओ को पिछले सप्ताह जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली. इसमें कुल 3.23 लाख करोड़ रुपये की सदस्यता मिली. विश्लेषकों का मानना ​​है कि कंपनी के मजबूत फंडामेंटल्स और हाउसिंग फाइनेंस सेक्टर के लिए पॉजिटिव आउटलुक समय के साथ हाई रिटर्न की ओर ले जा सकते हैं. जिन लोगों को शेयर आवंटित किए गए हैं, उन्हें सलाह दी जा रही है कि वे कंपनी के भविष्य के विकास से लाभ उठाने के लिए उन्हें अपने पास रखें.

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आरबीआई नियमों का पालन के लिए पेश किया गया था आईपीओ

अंग्रेजी की वेबसाइट मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार, बजाज हाउसिंग फाइनेंस का आईपीओ भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के नियमों का पालन करने के लिए बाजार में पेश किया गया था. आरबीआई के नियमों के अनुसार, बड़ी गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों को सितंबर 2025 तक स्टॉक एक्सचेंजों में लिस्टेड होना बहुत जरूरी है. नए इश्यू से जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल भविष्य की जरूरतों के लिए कंपनी के पूंजी आधार को मजबूत करने के लिए किया जाएगा.

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