Start-ups : budget के बाद हुए राज्यसभा सत्र मे केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने बताया कि भारत में अब 1.4 लाख से अधिक स्टार्टअप हैं. DPIIT के आंकड़ों के अनुसार, महाराष्ट्र में सबसे ज़्यादा 25,044 स्टार्टअप पंजीकृत हैं, इसके बाद कर्नाटक में 15,019 और दिल्ली में 14,734 पंजीकृत स्टार्टअप हैं. उत्तर प्रदेश और गुजरात भी 13,299 और 11,436 पंजीकृत स्टार्टअप के साथ लिस्ट मे हैं.
Start-ups की सहायता करना लक्ष्य
मंत्री ने बताया कि सरकार देश में स्टार्टअप्स की मदद और बढ़ावा देने के लिए प्रयास कर रही है. स्टार्टअप इंडिया इनिशिएटिव की शुरुआत 16 जनवरी 2016 को हुई, जिसका उद्देश्य स्टार्टअप्स के लिए प्रोसेस को आसान और अधिक आकर्षक बनाना है. मंत्री ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया एक्शन प्लान में प्रक्रियाओं को सरल बनाने, वित्तपोषण प्रदान करने और स्टार्टअप की सफलता को बढ़ावा देने के लिए व्यवसायों और विश्वविद्यालयों के बीच साझेदारी को प्रोत्साहित करना शामिल है.यह योजना देश में एक सफल स्टार्टअप समुदाय को बढ़ावा देने के उद्देश्य से सरकारी कार्यक्रमों और लाभों के लिए मंच तैयार करती है.
Also Read : ITR Filing: जल्दी फाइल कीजिए इनकम टैक्स रिटर्न, वर्ना लग जाएगा तगड़ा जुर्माना
सरकार देगी आर्थिक सहायता
Start-ups को उनके व्यवसाय, तकनीक और क्षमता संबंधी जरूरतों में मदद करने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत को बढ़ावा देने के लिए ‘स्टार्टअप इंडिया: द वे फॉरवर्ड’ नामक एक नया कार्यक्रम शुरू किया गया है. सरकार ने स्टार्टअप फंडिंग का समर्थन करने के लिए फंड ऑफ फंड्स (FFS) में 10,000 करोड़ रुपये अलग रखे हैं. इस पहल का प्रबंधन DPIIT और SIDBI करेगा, जिसका लक्ष्य 14वें और 15वें वित्त आयोग चक्रों के वक्त फंड वितरित करना है. मंत्री ने बताया कि सरकार स्टार्टअप्स को फाइनेंशियल हेल्प करने, अधिक स्थानीय निवेश को बढ़ावा देने, विदेशी धन पर निर्भरता कम करने तथा स्थानीय उद्यम पूंजी कोषों को समर्थन देने के लिए तत्पर है.
Also Read : Air India : एयर इंडिया एक्सप्रेस पर DGCA की नजर, हो सकती है कारवाई