Share : बेंगलुरु स्थित आईटी कंपनी विप्रो Wipro ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में अपने समेकित नेट प्रॉफिट में 4.6% की बूम देखी, जो 3,003.2 करोड़ रुपये तक पहुंच गई. इस वृद्धि के बावजूद, कंपनी ने रेवेन्यू में 3.8% की गिरावट का अनुभव किया, जो उसी अवधि के दौरान 21,963.8 करोड़ रुपये रहा. विप्रो ने एक बयान में घोषणा की कि उसे सितंबर में समाप्त होने वाली अगली तिमाही में अपने आईटी सेवा प्रभाग के राजस्व में 260-265.2 मिलियन डॉलर की सीमा में गिरावट की उम्मीद है.
1 बिलियन की डॉलर डील करी सील
विप्रो Wipro के सीईओ और प्रबंध निदेशक श्रीनि पालिया ने बताया कि तिमाही में कंपनी ने 1 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक के कई बड़े डील्स को अंतिम रूप देकर सफलता हासिल की है. इसके अतिरिक्त, उन्होंने महत्वपूर्ण खातों में विप्रो के प्रभावशाली विस्तार पर जोर दिया, विशेष रूप से ‘अमेरिका 1’ रणनीतिक बाजार इकाई के साथ-साथ बैंकिंग, वित्तीय सेवाओं, बीमा (बीएफएसआई) और उपभोक्ता उद्योगों में कंपनी ने अच्छा परफॉर्म किया है. कंपनी के shares पर निवेशकों को बहुत उम्मीद है.
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शेयर मार्केट मे अच्छा परफॉर्म कर रही है Wipro
शुक्रवार को नतीजे घोषित होने से पहले कंपनी के share में 2.78 प्रतिशत की गिरावट आई और यह बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर 557.25 रुपये पर बंद हुआ. इस गिरावट के बावजूद, शेयरों में उछाल आया और यह 580 रुपये पर कारोबार करने लगा, जो इस साल का नया उच्चतम स्तर है. इसकी तुलना में, शेयर पहले 26 अक्टूबर 2023 को 375 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गए थे, और फिर 19 जुलाई 2024 को 580 रुपये के नए शिखर पर पहुंच गए.भारत की तीसरी सबसे बड़ी आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड की स्थापना 1966 में अजीम प्रेमजी ने की थी.
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