Tuesday, December 17, 2024
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सावन में पढ़ लें केवल यह एक मंत्र, सभी दिव्य ज्योतिर्लिंगों का मिलेगा आशीर्वाद, प्रसन्न रहेंगे महादेव

सावन का पवित्र महीना 22 जुलाई को सोमवार से शुरू हो जाएगा. सावन में आप शिव की भक्ति से परम पद की प्राप्ति कर सकते हैं. जीवन और मरण के बंधन से मुक्त होकर शिव धाम में स्थान मिल सकता है. इस वजह से शिव भक्त हर वो उपाय करते हैं ताकि महादेव प्रसन्न होकर उन पर अपनी कृपा बरसाएं. सावन में शिव जी की मूर्ति के अलावा शिवलिंग की पूजा करते हैं. पृथ्वी पर भगवान भोलेनाथ के कुल 12 ज्योतिर्लिंग स्थित हैं, जिनका दर्शन करने मात्र से ही व्यक्ति का जीवन धन्य हो जाता है. यदि आप सावन में सभी 12 ज्योतिर्लिंग में से किसी एक का भी दर्शन नहीं कर पाते हैं तो परेशान न हों. इससे संबंधित एक मंत्र है, जिसको सावन में पढ़ने से आपको पुण्य लाभ तो होगा ही, शिव जी का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा.

श्री कल्लाजी वैदिक विश्वविद्यालय के ज्योतिष विभागाध्यक्ष डॉ मृत्युञ्जय तिवारी बताते हैं कि शिव पुराण में शिवलिंग की पूजा का महत्व बताया गया है, जिसमें शिव जी के द्वादश ज्योतिर्लिंगों का भी उल्लेख है. शिव पुराण के अनुसार जो भी व्यक्ति इन ज्योतिर्लिंग का दर्शन कर लेता है, उसकी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.

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शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग कौन-कौन से हैं?
सोमनाथ, महाकालेश्वर, मल्लिकार्जुन, केदारेश्वर, ओंकारेश्वर, विश्वेश्वर यानी विश्वनाथ, भीमाशंकर, वैद्यनाथ, त्र्यंबकेश्वर, नागेश्वर, रामेश्वर, घुष्मेश्वर या घृष्णेश्वर.

इस मंत्र से मिलेगा 12 ज्योतिर्लिंग का आशीर्वाद
सावन के हर दिन आप द्वादश ज्योतिर्लिंग के मंत्र का उच्चारण करके शिव जी का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. जो व्यक्ति प्रत्येक दिन सुबह में स्नान आदि से निवृत होकर इन 12 ज्योतिर्लिंगों का नाम लेता है, उसके सभी पाप मिट जाते हैं और वह सिद्धियां प्राप्त करता है. इस मंत्र में 12 ज्योतिर्लिंग के नाम और उसके स्थान के बारे में बताया गया है.

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द्वादश ज्योतिर्लिंग मंत्र

सौराष्ट्रे सोमनाथं च श्रीशैले मल्लिकार्जुनम्।
उज्जयिन्यां महाकालं ओम्कारम् अमलेश्वरम्॥

परल्यां वैद्यनाथं च डाकिन्यां भीमशङ्करम्।
सेतुबन्धे तु रामेशं नागेशं दारुकावने॥

वाराणस्यां तु विश्वेशं त्र्यम्बकं गौतमीतटे।
हिमालये तु केदारं घुश्मेशं च शिवालये॥

एतानि ज्योतिर्लिङ्गानि सायं प्रातः पठेन्नरः।

Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, Sawan Month, Sawan somvar


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