Men and Mental Health: मानसिक परेशानियों पुरुषों एवं महिलाओं दोनों को ही होती है लेकिन कुछ मानसिक समस्याएं ऐसी होती हैं जो पुरुषों को अपना शिकार ज्यादा बनाती है जैसे की अटेंशन डिफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर (ADHD). इसके अतिरिक्त सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन संस्था की एक रिपोर्ट के अनुसार पुरुषों में महिलाओं से अधिक खुदकुशी करने की इच्छा शक्ति होती है. मानसिक रोगों के कुछ लक्षण महिलाओं से ज्यादा पुरुषों में दिखाते हैं. इसके अलावा पुरुषों को मानसिक रोगों के लिए इलाज भी काम मिल पाता है. मर्दों के सख्त स्वभाव के चलते उनके आसपास के लोग यह नहीं जान पाते हैं कि वह मानसिक रोग से पीड़ित हैं या मानसिक रूप से संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन उन्हें इन रोगो से बचाने का सबसे पहला इलाज होता है उनके आसपास के लोगों द्वारा इस बात का जानना और रोग को पहचानना. इस तरह की समस्याओं का जितनी जल्दी पता लगाया जाता है, इनका इलाज करना भी उतना ही आसान होता है.
Men and Mental Health : आदमियों में मेंटल डिसऑर्डर के प्रमुख लक्षण
पुरुषों एवं महिलाओं में मानसिक समस्याएं लगभग समान होती हैं लेकिन उनके लक्षण दोनों में अलग होते हैं. पुरुषों में कुछ मुख्य लक्षण हैं.
- बहुत ज्यादा गुस्सा आना चिड़चिड़ापन और उग्र होना
- मूड में दिखने वाले परिवर्तन, एनर्जी लेवल और भूख का कम होना
- सोने में तकलीफ होना या जरूर से अधिक सोना
- ध्यान लगाने में समस्या होना और रेस्टलेसनेस होना
- बहुत ज्यादा स्ट्रेस लेना और लगभग समय तनाव ग्रस्त रहना
- ज्यादा शराब या ड्रग्स लेना
- लगातार अवसादित रहना और निराशा वादी होना
- कुछ ना महसूस करना और हमेशा नकारात्मक भाव रखना
- हाई रिस्क वाली गतिविधियों में शामिल होना
- शरीर में दर्द रहना सर में दर्द रहना और पाचन संबंधी समस्याएं होना
- ओसीडी ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर, इसमें एक ही काम को कई बार करने की प्रबल इच्छा होती है
- थॉट्स ओर बिहेवियर जो काम परिवार और सामाजिक जीवन में बाधा डालते हो
- खुदकुशी के थॉट्स आना या खुदकुशी करने की कोशिश करना
Men and Mental Health: मेंटल डिसऑर्डर के ट्रीटमेंट
इस तरह के सिम्टम्स दिखाने पर मरीज खुद या उसके आसपास के लोग उसे नजदीकी चिकित्सक को दिखा सकते हैं,जिससे उन्हें मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल का रिफरेंस मिल सकता है. साइकोलॉजिस्ट साइकैटरिस्ट या क्लीनिकल सोशल वर्कर इस तरह की समस्याओं के लिए बेहतर विकल्प होते हैं. इसके अलावा थेरेपी, काउंसलिंग, खानपान में सुधार एवं अपनी परेशानियों को अपने करीबियों से बताना, उनसे शेयर करना और बातें करना इन समस्याओं का सबसे उत्तम इलाज होता है.
ध्यान रखें अपने करीबी रिश्तेदार, दोस्त या संबंधी में इस तरह के लक्षण दिखने पर उनसे बात करें और उन्हें मदद प्रोवाइड कराएं.इस तरह की समस्याएं बहुत आम हैं और आज के समय में लगभग पुरुष इन समस्याओं का शिकार हो रहे हैं जो की काफी चिंताजनक बात है, लेकिन इन समस्याओं को दवाई या डॉक्टर से कहीं ज्यादा प्रेम, समानुभूति और सद्भावना से ठीक किया जा सकता है.