आज का पंचांग 18 जुलाई 2024: गुरु प्रदोष व्रत 18 जुलाई को है. उस दिन आषाढ़ माह के शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथि, ज्येष्ठा नक्षत्र, शुक्ल योग, बव करण, दक्षिण का दिशाशूल, गुरुवार दिन और वृश्चिक का चंद्रमा है. रात 08:44 पी एम के बाद से त्रयोदशी तिथि शुरू होगी. गुरु प्रदोष व्रत के दिन रवि योग बन रहा है, हालांकि यह योग पूजा के बाद रात में होगा. गुरु प्रदोष व्रत पर शिव पूजा के लिए 39 मिनट का मुहूर्त है. पूजा रात 8 बजकर 44 मिनट से की जा सकती है. प्रदोष व्रत रखकर शिव जी की पूजा करने से व्यक्ति के सभी प्रकार के दोष, दुख, पाप आदि मिट जाते हैं और शिव कृपा से उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, गुरु प्रदोष व्रत करने से दांपत्य जीवन सुखमय होता है. हर माह की त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत रखा जाता है.
इस बार त्रयोदशी तिथि को प्रदोष के साथ गुरुवार व्रत भी है. इसमें जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा करते हैं. भगवान विष्णु अभी योग निद्रा में हैं, लेकिन पूजा पाठ पर कोई रोक नहीं होती है. भगवान विष्णु को पीले फूल, पीले अक्षत्, हल्दी, गुड़, पीले कपड़े, तुलसी के पत्ते, पंचामृत आदि चढ़ाना चाहिए. श्रीहरि को गुड़, चने की दाल और बेसन के लड्डू का भोग लगाना चाहिए. पूजा के समय गुरुवार व्रत कथा और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें. उसके बाद भगवान विष्णु की आरती करें. गुरुवार व्रत और विष्णु पूजा करने से कुंडली का गुरु दोष दूर होता है. गुरु ग्रह को मजबूत करने के लिए हल्दी, पीले कपड़े, गुड़, पीले फूल, पुस्तक आदि का दान कर सकते हैं. वैदिक पंचांग से जानते हैं आज का शुभ योग, मुहूर्त, राहुकाल, दिशाशूल, सूर्योदय, सूर्यास्त, चंद्रोदय, चंद्रास्त आदि.
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आज का पंचांग, 18 जुलाई 2024
आज की तिथि- द्वादशी – 08:44 पी एम तक, फिर त्रयोदशी तिथि
आज का नक्षत्र- ज्येष्ठा – 03:25 ए एम, 19 जुलाई तक, उसके बाद मूल
आज का करण- बव – 08:59 ए एम तक, फिर बालव – 08:44 पी एम तक, उसके बाद कौलव
आज का योग- शुक्ल – 06:13 ए एम तक, उसके बाद ब्रह्म – 04:45 ए एम, 19 जुलाई तक
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- गुरुवार
चंद्र राशि- वृश्चिक – 03:25 ए एम, 19 जुलाई तक, उसके बाद धनु
सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:35 ए एम
सूर्यास्त- 07:20 पी एम
चन्द्रोदय- 4:48 पी एम
चन्द्रास्त- 02:57 ए एम, 19 जुलाई
ब्रह्म मुहूर्त- 04:13 ए एम से 04:54 ए एम
अभिजीत मुहूर्त- 12:00 पी एम से 12:55 पी एम
गुरु प्रदोष व्रत के शुभ योग
रवि योग: 03:25 ए एम, 19 जुलाई से 05:35 ए एम तक
प्रदोष पूजा मुहूर्त: रात 8 बजकर 44 मिनट से रात 9 बजकर 23 मिनट तक
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अशुभ समय
राहुकाल- 02:10 पी एम से 03:53 पी एम
गुलिक काल- 09:01 ए एम से 10:44 ए एम
दिशाशूल- दक्षिण
शिववास
कैलाश पर – 08:44 पी एम तक, उसके बाद नन्दी पर
Tags: Dharma Aastha, Lord Shiva, Lord vishnu
FIRST PUBLISHED : July 17, 2024, 18:31 IST