Liquor Home Delivery: खाने-पीने की चीजों की ऑनलाइन बुकिंग कर होम डिलीवरी करने वाली ई-कॉमर्स कंपनियां स्विगी, बिग बॉस्केट और जोमैटो जैसे प्लेटफॉर्म जल्द ही बीयर, व्हिस्की और रम जैसे लिकर की होम डिलीवरी करने की तैयारी में जुटी हैं. अंग्रेजी के अखबार द इकोनॉमिक टाइम्स ने इस मामले से जुड़े एक अधिकारी के हवाले से रिपोर्ट दी है कि नई दिल्ली, कर्नाटक, हरियाणा, पंजाब, तमिलनाडु, गोवा और केरल में इसके पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत जल्द ही की जा सकती है. सबसे बड़ी बात यह है कि शराब की होम डिलीवरी हर किसी को नहीं की जाएगी. यह हाई-प्रोफाइल सोसायटी के लोगों के लिए है, जो शराब की दुकान पर जाने से परहेज करते हैं. पश्चिम बंगाल और ओडिशा में लिकर की होम डिलीवरी पहले से ही चालू है.
कौन मंगा सकता है Liquor Home Delivery
हिंदुस्तान टाइम्स ने इकोनॉमिक टाइम्स के हवाले से रिपोर्ट दी है कि कम अल्कोहल वाले लिकर्स की होम डिलीवरी देने की योजना बड़े शहरों में बढ़ती प्रवासी आबादी के मद्देनजर बनाई गई है. यह सुविधा उन लोगों को प्रदान की जाएगी, जो कम मात्रा में अल्कोहल वाले लिकर को भोजन के साथ मनोरंजन के तौर पर सेवन करते हैं. रिपोर्ट में बताया गया है कि यह योजना महिलाओं और वरिष्ठ नागरिकों के बदलते लाइफस्टाइल को देखकर बनाया गई, जो आम तौर पर बाजार में खोली गई शराब की दुकानों पर जाने से परहेज करते हैं.
Liquor Home Delivery पर क्या कहती है स्विगी
स्विगी के कॉरपोरेट मामलों के उपाध्यक्ष दिनकर वशिष्ठ ने कहा कि ऑनलाइन माध्यम से ऐसे पदार्थों की होम डिलीवरी वैसे ही नहीं की जाती है. इसके लिए ऑनलाइन मॉडल एंड-टू-एंड ट्रांजेक्शन रिकॉर्ड, उम्र का वेरिफिकेशन और लिमिट तय करने के बाद ही लिकर की होम डिलीवरी की जाती है. ऑनलाइन तकनीक स्टैक रेगुलेटर और एक्साइज ड्यूटी आवश्यकताओं के साथ तालमेल बिठाते हैं, जिससे समय, ड्राई डे और जोनल डिलीवरी गार्डरेल का पालन सुनिश्चित होता है.
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कोरोना में Liquor Home Delivery की दी गई थी आंशिक अनुमति
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र, झारखंड, छत्तीसगढ़ और असम में कुछ शर्तों के साथ आंशिक तौर पर शराब की होम डिलीवरी की अनुमति दी गई थी. रिपोर्ट के अनुसार, खुदरा उद्योग के अधिकारियों ने कहा कि ऑनलाइन डिलीवरी से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में शराब की बिक्री में 20-30 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई. पब चेन द बीयर कैफे के मुख्य कार्यकारी राहुल सिंह ने इकोनॉमिक टाइम्स को बताया कि शराब की ऑनलाइन होम डिलीवरी के जरिए राज्य सरकारें कंज्यूमर फैसिलिटी को बढ़ा सकती हैं. इससे आर्थिक विकास को बढ़ावा दिया जा सकता है और जिम्मेदार तरीके से रेगुलर लिकर डिस्ट्रीब्यूशन सुनिश्चित करते हुए वैश्विक रुझानों के साथ तालमेल बिठा सकते हैं.
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