EPFO : वित्त मंत्रालय ने EPF में जमा राशि पर ब्याज दर में वृद्धि के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है, जिसके बाद फाइनेंशियल ईयर 2023-24 के लिए ब्याज दर 8.15 प्रतिशत से बढ़कर 8.25 प्रतिशत हो जाएगा. इस निर्णय की घोषणा सबसे पहले इस साल फरवरी में की गई थी और मई 2024 में सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि की गई थी, जिसके बाद अंततः वित्त मंत्रालय की ओर से इसे मंजूरी दे दी गई.
सोशल मीडिया पर दी जानकारी
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के ज़रिए ब्याज दरों में बढ़ोतरी की घोषणा की. पिछले साल 28 मार्च को EPFO ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) पर 8.15 प्रतिशत की ब्याज दर घोषित की थी, लगभग 7 करोड़ कर्मचारियों को निराश करते हुए, मार्च 2022 में EPFO ने वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए ब्याज दर को घटाकर 8.1 प्रतिशत के ऐतिहासिक निचले स्तर पर लाकर सभी को चौंका दिया था.
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क्या होता है EPF ?
कर्मचारी भविष्य निधि (EPF) एक सेवानिवृत्ति बचत योजना है जिसकी देखरेख कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) करता है. EPF योजना के तहत, कर्मचारी और उनके नियोक्ता दोनों ही मासिक अंशदान करते हैं, जो कर्मचारी के मूल वेतन और महंगाई भत्ते का 12% होता है. नियोक्ता के अंशदान का एक हिस्सा, विशेष रूप से 8.33%, कर्मचारी पेंशन योजना (EPS) के लिए आवंटित किया जाता है. यह स्कीम न केवल कर लाभ देती है बल्कि अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक आकर्षक ब्याज दर भी प्रदान करती है. ध्यान देने वाली बात यह है कि जिस साल नई ब्याज दरों की घोषणा होती है वह रेट अगले फाइनेंशियल ईयर के लिए वैलिड रहती हैं.
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